करीब 50 लाख रुपये का घोटाला होने का है अंदेशा
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पार्षदों की मांग, मलबा उठाने वाली कंपनी से हो भुगतान की रिकवरी
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शहरी स्थानीय निकाय निदेशालय ने दिए जांच के आदेश
गुरुग्राम (सच कहूँ/संजय मेहरा)। जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही थी, इसी दौर में नगर निगम गुरुग्राम के अधिकारी, कर्मचारी अपनी जेबें भरने की जुगत में थे। शहर का मलबा (सीएंडडी वेस्ट) उठाने के नाम पर एक कंपनी से मिलकर करीब 50 लाख रुपये का घोटाला सामने आया है। इस घोटाले में अब नगर निगम गुरुग्राम के कई अधिकारी व कर्मचारियों पर तलवार लटक गई है।
गुरुग्राम के मालिबू टाउन कॉलोनी निवासी रमन शर्मा ने मलबा उठान में घोटाले का आरोप लगाते हुए शहरी स्थानीय निकाय निदेशालय को शिकायत दी। इसके साथ ही पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में भी यह शिकायत दी गई। शिकायत में कहा था कि सीएंडडी वेस्ट उठाने के नाम पर लॉकडाउन व कोविड हेल्थ इमरजेंसी के दौरान घोटाला किया गया। घोटाला इस तरह से था कि मलबा कम उठाया और कागजों में अधिक दिखाया गया। काम में लगाए गए ट्रैक्टर-ट्राली अधिक दिखाकर फर्जी बिल बना दिए गए। मलबा डालने वाले वाहनों की जीपीएस लोकेशन का डाटा तैयार नहीं किया गया। न ही बिलों को वेरिफाई किया गया और कंपनी की ओर से क्लेम किए गए सभी बिलों का भुगतान कर दिया गया। इससे अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजिमी है। इस मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई गई है, जिसमें संयुक्त आयुक्त सतीश यादव, मुख्य अभियंता और मुख्य लेखाधिकारी शामिल हैं।
आशंका जताई जा रही है कि इस पूरे मामले में करीब 50 लाख रुपये का घोटाला हुआ है। निदेशालय की ओर से छह अक्टूबर 2021 को नगर निगम आयुक्त को आदेश दिए थे कि वे इसकी जांच करके रिपोर्ट प्रस्तुत करें। वहीं नगर निगम गुरुग्राम के कुछ पार्षदों की मांग है कि प्रगति एजेंसी को भुगतान किए गए रुपये की रिकवरी नगर निगम करे।
28 फरवरी 2019 को दिया गया था कंपनी को काम
28 फरवरी 2019 को गुरुग्राम नगर निगम की ओर से प्रगति अल नेचुरल रिसोर्सेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को शहर से मलबा (सीएंडडी वेस्ट) उठाने का काम दिया था। इस काम में नगर निगम के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों ने कमाई करने का रास्ता निकाला। मलबे को एक स्थान से दूसरे स्थान पर डालने के नाम पर उक्त कंपनी को करोड़ों रुपये का भुगतान कर दिया गया। गुरुग्राम शहर के सीएंडडी वेस्ट यानी मलबे को उठाकर सेक्टर-37, 52, 55 और सेक्टर-58 समेत अन्य कई स्थानों पर डाल दिया गया। इसमें मलबा डालने वाले वाहनों व अन्य कार्यों में फर्जीवाड़ा किया गया।
बसई रोड पर सीएंडडी प्लांट हो रहा खराब
यहां बसई रोड पर शनि मंदिर के पास बनाए गए दो सीएंडडी वेस्ट प्लांट में साढ़े 7 करोड़ की यूनिट तैयार की गई। काम नहीं होने के चलते वे भी बदहाल हो रही हैं। एक साल पूर्व ही इन मशीनों को नगर निगम द्वारा खरीदा गया था। यहां लगने के बाद एक बार भी इन मशीनों का उपयोग नहीं हो पाया है। मलबे का निपटान नहीं होने के कारण यहां भी ढेर लग गया है।
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