गुरनाम सिंह चढूनी बोले-इतनी लंबी बैठक के बाद भी कोई सहमति नहीं बनी है l सरकार ने न तो नर्मी दिखाई और न ही गर्मी l
चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। तीन नए कृषि कानून संसद में वापिस हो गए है। आंदोलन कर रहे किसानों की प्रमुख मांग थी कि तीन कृषि कानूनों की वापसी हो जो कि वह पूरी हो गई है। किसान संगठनों की आज अह्म बैठक होने वाली है जिसमें यह फैसला लिया जाएगा कि आंदोलन जारी रहेगा या किसान अपने घर जाएंगे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 32 जत्थेबंदियों ने घर वापसी के संकेत दिए है। कयास लगाए जा रहे हैं कि आज होने वाली बैठक में घर वापसी पर फैसला हो जाएगा। इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने तीनों कानून वापस ले लिए हैं, लेकिन अभी भी हमारे बहुत सारे मुद्दे बाकी हैं।
उन्होंने कहा कि एमएसपी पर भारत सरकार साफ जवाब दे कि किसानों को इससे फायदा है या नहीं। सरकार को इसको लेकर कानून बनाना ही होगा। इतने लंबे आंदोलन सरकार की गलत नीति से चलते हैं। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देने की मांग करते हुए राहुल ने कहा कि हम उन लोगों की सूची मुहैया कराएंगे, जो आंदोलन के दौरान मारे गए। सरकार उनको मुआवजा जरूर दे। वहीं भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि इतनी लंबी बैठक के बाद भी कोई सहमति नहीं बनी है l न तो नर्मी दिखाई और न ही गर्मी l
तीनों कृषि कानूनों की वापसी हमारी बड़ी जीत है। बड़े मुद्दे को लेकर हमने लड़ाई जीत ली है। मगर अभी एमएसपी को लेकर कानून बनवाने की लड़ाई बाकी है। अब यह लड़ाई भी लड़ी जाएगी।
उगराहा, किसान नेता
केन्द्र सरकार को देंगे किसान संगठन 5 नाम
एमएसपी मुद्दे को लेकर किसान संगठन समिति के लिए केन्द्र सरकार को 5 किसान नेता के नाम आज देंगे। गौरतलब हैं कि केन्द्र सरकार ने एमएसपी पर एक कमेटी का गठन किया था जिसमें किसान संगठनों से पांच नाम मांगे थे।
ये किसान नेता बैठक में हुए शामिल
किसान नेताओं और मुख्यमंत्री के बीच यह मीटिंग सीएम कैंप ऑफिस के कॉन्फ्रेंस रूम में हो रही है। इसमें गुरनाम सिंह चढूनी, राकेश बैंस, रामपाल चहल,रतन मान, जनरैल सिंह, जोगेंद्र नैन, इंद्रजीत सिंह और अभिमन्यू कोहाड़ शामिल हैं। भाकियू चढ़ूनी के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने बैठक में शामिल होने से पहले कहा कि बातचीत का मुख्य मुद्दा किसानों पर दर्ज केस हैं। सरकार इनको वापस ले।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।