गोरीवाला (सच कहूँ/अनिल)। गांव गंगा के पास से बह रही केएलसी में गत दिवस 50 फुट के करीब दरार आ गई। जिससे दर्जनों एकड़ फसल जलमग्न हो गई। किसानों ने सिंचाई विभाग पर लापरवाही के आरोप लगाए। विभाग को कैनाल में रिसाव होने के बारे में दो दिन पहले अवगत करवाने के बाद में भी कोई कर्मचारी नहीं पहुंचा। जिसका खामियाजा किसानों को उठाना पड़ रहा है।
जानकारी देते हुए किसान बलकार सिंह, हंसराज, मक्खन, काला सिंह, बलजीत सिंह, बचना सिंह, जगतार सिंह, सुभाष चन्द्र, विक्रम, प्रेम कुमार, संजय कुमार आदि ने बताया कि गांव गंगा मे छबीला राम कसवां की ढाणी के नजदीक से कालुआना लिंक कैनाल केएलसी बुर्जी नंबर 35900 के पास से टूट गई। जिसका सारा पानी बहकर साथ लगती ढाणियों व खेतों में प्रवेश कर गया। जिससे खेतों में पानी भर जाने से फसल बर्बाद हो गई। उन्होंने बताया कि नहर में रिसाव की सूचना बेलदार राकेश और बेलदार जंगा सिंह को 13 नवम्बर को दे दी गई थी। किसानों द्वारा नहर के पानी रिसाव की फोटो राकेश बेलदार को फोन पर भेजी गई। वहीं नहर में पानी रिसाव की सूचना जेई अरुण कुमार को फोन के माध्यम से दी गई थी।
सिंचाई विभाग के कर्मचारियों द्वारा रिसाव की जगह पर कच्चे तौर पर मिट्टी से लीपापोती कर दी गई। जैसे ही नहर में पानी छोड़ा गया तो नहर रिसाव जगह से टूट गई। जिससे सारा पानी बहकर साथ लगते खेतों में भर गया। जिससे किसानों की लाखों की फसल बर्बाद हो गई। किसानों का आरोप है कि अधिकारियों की लापरवाही की वजह से ही नहर टूटी है। नहर टूटने की सूचना दिए जाने के बावजूद भी कई घंटों तक अधिकारी व कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचे। जिससे पानी तेज गति के साथ बहता रहा। जिससे खेतों में खड़ी गेहूं और सरसों की फसल में कई फीट रेगी जमा होने से फसल बर्बाद हो गई है। किसानों की मांग है कि उनकी बर्बाद हुई फसल की स्पेशल गिरदावरी करवाकर उचित मुआवजा दिया जाए। मगर खेतों में कई फीट पानी और रेत जमा होने से अब कई दिनों तक बिजाई नहीं हो पाएगी।
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