अब तक तकरीबन 50 प्रतिशत पशुओं का हुआ टीकाकरण
सच कहूँ/सुभाष, ऐलनाबाद। हरियाणा प्रदेश के पालतू दुधारू पशुओं को स्वस्थ रखने के उद्देश्य से पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा प्रदेशभर में मुंहखुर व गलघोटू बीमारी से पशुओं को बचाने के लिए टीकाकरण अभियान चलाया हुआ है। इस अभियान के तहत 17 नवंबर बुधवार को खंड ऐलनाबाद के गांव नीमला व कुमथला में पशुपालन विभाग की टीम ने दुधारू पशुओं का वैक्सीनेशन कर पशुपालकों को जागरूक किया। राजकीय पशु चिकित्सालय ऐलनाबाद व भुरटवाला के अधीन आने वाले तकरीबन दो दर्जन गांव में कुल 17500 पशुओं को मुंहखुर व गलघोटू रोग के टीके लगाए जा रहे हैं। जिसका 50 प्रतिशत कार्य पूरा किया जा चुका है।
प्रदेश भर में यह अभियान 1 नवंबर से शुरू हुआ था जो 30 नवंबर तक चलेगा। इस बारे में जानकारी देते हुए पशु चिकित्सक डॉ. जितेंद्र मेहता ने बताया कि जिला सिरसा के उपनिदेशक डॉक्टर विद्यासागर बंसल एवं उप मंडल अधिकारी डॉक्टर संजीव खन्ना के दिशा निर्देशन में क्षेत्र ऐलनाबाद के सभी गांवों में घर-घर जाकर पशुओं को मुंहखुर एवं गलघोटू का टीकाकरण कर टैगिंग की जा रही है। इस टीकाकरण अभियान में वीएलडीए अनरजीत कुमार,अनीश कुमार,नरेंद्र कुमार, पशु परिचर पवन कुमार ,सुभाष कुमार,दिनेश कुमार एवं इंद्रपाल ने पशुओं का टीकाकरण किया।
पशुओं में बीमारी होने पर तुंरत पशु चिकित्सालय में करें संपर्क: डॉ. बंसल
डॉ. विद्यासागर बंसल ने पशुपालकों को टीकाकरण के महत्व और इसके बारे फैली भ्रांतियों को दूर करते हुए बताया कि इससे पशुओं को किसी प्रकार की हानि नहीं होती। कोई भी पशुपालक किसी भी प्रकार के पशुओं में बीमारी होने पर अपने नजदीकी पशु चिकित्सालय में संपर्क कर सकता है, क्योंकि जरूरी सेवाओं के तहत पशुपालन विभाग के कर्मचारी निरंतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि विभाग के पास मुंहखुर व गलघोटू रोग की वैक्सीन पालतू पशुओं के लिए उपलब्ध हैं। यदि वैक्सीन लगने के बाद पशुओं को बुखार आए तो पशुपालक घबराएं नहीं, बल्कि उन्हे बुखार की गोली व 250-250 ग्राम गुड़ व पर्याप्त मात्रा में हरा व सूखा चारा पशुओं को दें।
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