वाशिंगटन (एजेंसी)। अफगानिस्तान के लिए अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि थॉमस वेस्ट ने कहा है कि अमेरिका ‘एक स्थिर और शांतिपूर्ण अफगानिस्तान में साझा हितों’ को संबोधित करने के लिए अपने करीबी मित्र भारत के साथ काम करेगा। वेस्ट ने नयी दिल्ली में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला के साथ बैठक के बाद ट्वीट किया, ‘भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला संयुक्त सचिव जेपी सिंह और अन्य के साथ आज नयी दिल्ली में बैठक कर खुशी हुई। उन्होंने कहा, ‘हम एक स्थिर और शांतिपूर्ण अफगानिस्तान में अपने पर्याप्त साझा हितों को संबोधित करने के लिए अपने करीबी मित्र के साथ मिलकर काम करेंगे।
तालिबान के भीतर आने वाला है तूफान
दिल्ली में हुई कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने वाले रूस, ईरान समेत अन्य देशों ने पिछले 20 साल को ‘असफलता’ करार दिया। कई देश तालिबान से बातचीत कर रहे हैं, मगर उनपर विश्वास नहीं है। बैठक में शामिल एक अधिकारी ने कहा, ‘इस बात पर सहमति थी कि तालिबान को पहले घरेलू स्तर पर वैधता हासिल करनी होगी, उसके बाद बाहरी मान्यता पर बात होगी।’ यह शांति से होगा, मुश्किल है। मुल्ला बरादर के नेतृत्व वाले दोहा ग्रुप और हक्कानी नेटवर्क के बीच सत्ता का संघर्ष होने की संभावना है। इनमें से मुल्?ला बरादर अमेरिका का करीबी समझा जाता है और हक्कानी पाकिस्तान के।
बिडेन ने किगाली संशोधन को अनुसमर्थन के लिए सीनेट को भेजा
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा है कि उन्होंने ओजोन-क्षयकारी पदार्थों पर मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के किगाली संशोधन को अनुसमर्थन के लिए सीनेट को भेज दिया है। बिडेन ने मंगलवार को सीनेट को भेजे नोटिस में कहा, ‘मैंने 15 अक्टूबर 2016 को रवांडा के किगाली में अपनाये गये ओजोन-क्षयकारी पदार्थों पर मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल में संशोधन को सलाह और सहमति प्राप्त करने की दृष्टि से सीनेट को भेजा है। संशोधन में हाइड्रोफ्लोरोकार्बन (एचएफसी) के उत्पादन और खपत को चरणबद्ध तरीके से कम करने का प्रावधान है। किगाली संशोधन 1 जनवरी, 2019 को लागू हुआ था।
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