बेअदबी मामला: महेन्द्र पाल बिट्टू की हत्या की जांच की याचिका पर हाईकोर्ट ने डीजीपी पंजाब, पंजाब सरकार, एसआईटी को भेजा नोटिस

Mohinder Pal Bittu

महेन्द्र पाल बिट्टू की पत्नी संतोष कुमारी पहुंची थी हाईकोर्ट

चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। महेन्द्र पाल बिट्टू हत्याकांड मामले में आज पंजाब-हरियाणा होईकोर्ट ने डीजीपी पंजाब पंजाब सरकार, एसआईटी और सीबीआई को नोटिस जारी किया है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 2 दिसंबर को होगी। आपको बता दें कि महेन्द्र पाल बिट्टू की धर्म पत्नी संतोष कुमारी ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में पटीशन लगाई थी। जिसमें उनकी मांग थी कि महेन्द्र पाल बिट्टू की हाई सिक्योरिटी जेल नाभा में हुई हत्या की जांच सीबीआई से करवाई जाए। क्योंकि मृतक महेन्द्र पाल बिट्टु ने चिट्ठी में कहा था कि पंजाब पुलिस ने मेरे ऊपर अमानवीय अत्याचार कर मुझे धमकी दी है कि तेरी जेल में हत्या करवा देंगे। याचिका कर्ता की तरफ से पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट बलतेज सिंह सिद्धू, एडवोकेट आर के हांडा, एडवोकेट केवल सिंह बराड़, एडवोकेट बसंत सिंह सिद्धू पेश हुए।

महेन्द्र पाल द्वारा लिखी चिट्ठी पढ़ने के लिए क्लिक करें

महेन्द्रपाल बिट्टू की डायरी से सामने आई पंजाब पुलिस की काली करतूतें

क्या है मामला

संतोष कुमारी की ओर से डाली गई पटीशन में कहा गया था कि महेन्द्रपाल बिट्टू कभी भी बेअदबी के बारे में सोच भी नहीं सकता था, जबकि उसे इसी आरोप में पकड़ कर पंजाब पुलिस की स्पैशल जांच टीम ने बेहद कष्ट दिए थे। याचिका में लिखा है कि महेन्द्र पाल बिट्टू की ओर से जेल अंदर डायरी लिखी जाती थी, जो कि उसके कपड़ों के साथ उनके पास पहुंची थी, जिसमें महेन्द्र पाल बिट्टू ने पंजाब पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं और पूरे मामले के बारे में गहराई से जानकारी भी दी है।

महेन्द्र पाल बिट्टू की द्वारा लिखी गई 32 पेज की डायरी में यह लिखा गया है कि उसे झूठे केस में फंसाने के साथ ही उससे धक्के से 164 के बयान भी लिए गए थे। इस संबंधी आईजी स्तर के अधिकारी द्वारा काफी ज्यादा धक्केशाही करने के आरोप लगाए गए हैं। महेन्द्र पाल बिट्टू को नाभा जेल में मरवाने के बारे में पहले ही उसे बता दिया गया था कि उसको नाभा जेल में मरवाया भी जा सकता है।

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