नई दिल्ली (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को भारत के वित्त बाजार की नियमन व्यवस्थाओं को उभरती नई वित्तीय तकनीकों के अनुरूप विश्वस्तरीय रखने का आह्वान करते हुए शुक्रवार को कहा कि आज देश की स्टार्टअप कंपनियां फिनटेक के क्षेत्र में विश्व चैम्पियन बन कर उभर रही है और उन्हें अनुकूल नियामकीय परिवेश मिलना चाहिए। प्रधानमंत्री ने हाल के कठिन दौर में अर्थव्यवस्था को संभालने में सरकार की मदद के लिए आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास और उनकी टीम को बधाई भी दी। मोदी ने आज भारतीय रिजर्व बैंक की दो अभिनव सुविधाओं का उद्घाटन किया, जिनमें एक के जरिए अब आम आदमी भी केंद्रीय बैंक से सीधे सरकारी बांड खरीद कर अपना पैसा उसमें निवेश कर सकेगा। दूसरी सुविधा पूरे देश के लिए आरबीआई की एकीकृत लोकपाल योजना है। इसके तहत ग्राहक कहीं से एक ही स्थान पर डिजिटल माध्यम से बैंकिंग सेवाओं के बारे में अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे।
Speaking at the launch of two customer centric initiatives of RBI. https://t.co/Xt4HGfz1Ut
— Narendra Modi (@narendramodi) November 12, 2021
मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये इन योजनाओं का उद्घाटन करते हुए कहा कि पिछले सात वर्ष में भारत में डिजिटल लेनदेन में 19 गुना उछाल आया है। उन्होंने वित्तीय बाजार के विनियामक से भारत को दुनिया में निवेश के सबसे अच्छे और भरोसेमंद स्थान के रूप में विकसित करने के यत्न करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आज फिनटेक के क्षेत्र में भारतीय स्टार्टअप कंपनियां विश्व चैम्पियन बन रही हैं। उन्हें अनुकूल नियामकीय व्यवस्था का समर्थन मिलना चाहिए। भारत को दुनिया निवेश के लिए दुनिया के सबसे भारोसेमंद स्थान के रूप में विकसित करने के कदम उठाए जाने चाहिए। रिजर्व बैंक इस दिशा में पहले से काम करता रहा है और मुझे विश्वावस है कि आगे यह इस दिशा में और भी कदम उठाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे बताया गया है कि रिजर्व बैंक की एकीकृत लोकपाल योजना में बड़े स्तर पर डिजिटल निगरानी तंत्र का इस्तेमाल किया जाएगा, आॅनलाइन धोखाधड़ी की तेजी से जांच करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि आरबीआई की रिजर्व बैंक की खुदरा प्रत्यक्ष योजना के मध्यम वर्ग, व्यापार करने वाले, सेवानिवृत्त लोगों तथा छोटी छोटी बचन करने वालों के लिए सरकारी प्रतिभूतियों में सुरक्षित और भरोसेमंद प्रतिफल वाले निवेश का सीधा अवसर मिलेगा। इसके लिए उन्हें अभी पेंशन फंड या म्युवलफंड योजनाओं का सहारा लेना पड़ता था। यह सुविधा आॅनलाइन है। इससे लोगों को आसानी होगी। कार्यक्रम में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और दास भी उपस्थित रहें।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।