कानपुर। कोरोना के बाद अब कानपुर में जीका वायरस के बढ़ने मामले यूपी सरकार का सिरदर्द बन गए हैं। कानपुर में 16 नए जीका संक्रमित सामने आए हैं, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 105 हो गई है। नए मरीजों में 2 गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। जीका वायरस के मामलों के मद्देनजर हालातों का जायजा लेने के सीएम योगी आदित्यनाथ आज कानपुर के दौरे पर रहेंगे। कानपुर के आलावा लखनऊ में भी लगातार जीका संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं। लखनऊ में भी गत दिवस जीका के 26 नए संक्रमित मिले हैं।
इन इलाकों में मिले मरीज
मिली जानकारी के मुताबिक चकेरी क्षेत्र के पोखरपुर, आदर्शनगर, तिवारीपुर बगिया, काजीखेड़ा और फेथफुलगंज में नए जीका संक्रमित मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने प्रभावित क्षेत्रों में सर्वे और सोर्स रिडक्शन अभियान चलाया हुआ है। संक्रमित के घर के चारों तरफ चार सौ मीटर के दायरे में एंटी लार्वा दवाओं का छिड़काव कराया गया। इसके साथ ही संक्रमितों के संपर्क में आने वालों की सैंपलिंग की है। सैंपल जांच के लिए केजीएमयू लखनऊ भेजे जाएंगे। अपर निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. जी.के. मिश्रा ने बताया कि विभागीय टीमें संक्रमण की रोकथाम में लगी हुई हैं।
क्या है जीका वायरस?
जीका एक मच्छर से फैलने वाला वायरस है, जो एडीज एजिप्टी नाम की प्रजाति के मच्छर के काटने से फैलता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, एडीज मच्छर आमतौर पर दिन के दौरान काटते हैं। ये वही मच्छर है जो डेंगू, चिकनगुनिया फैलाता है। हालांकि, ज्यादातर लोगों के लिए जीका वायरस का संक्रमण कोई गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन ये प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए खासतौर से भ्रूण के लिए खतरनाक हो सकता है।
ये हैं लक्षण
- हल्का बुखार
- शरीर में दाने और लाल चकत्ते
- सिर दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
- आंखों में लाली
- गुलेन बारी सिंड्रोम, न्यूरोपैथी
कैसे करें बचाव
- खुद को मच्छरों के काटने से बचाएं
- शरीर को फुल आस्तीन के कपड़ों से ढंके रखें
- मच्छरों को घर के आसपास पनपने न दें
- गर्भवती महिलाओं को खासतौर पर मच्छरों से बचाएं
- घर के टूटे बर्तन, टायर, कूलर में पानी भरा न रहने दें।
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