गुरुग्राम (सच कहूँ न्यूज)। पशुपालन एवं डेयरिंग विभाग द्वारा गलघोंटू व मुंहखुर टीकाकरण अभियान के तहत घर-घर जाकर पशु चिकित्सकों के नेतृत्व में गठित की गई 28 टीमों द्वारा पशुओं के टैग लगाकर टीकाकरण किया जा रहा है। टैग लगाने के साथ-साथ पशुओं का रजिस्ट्रेशन भी ऑनलाइन किया जा रहा है।
पशुपालन विभाग की उप-निदेशक डॉ. पुनीता गहलावत ने बताया कि गाय और भैंस प्रजाति के पशुओं की टैगिंग की जाएगी, ताकि टीकाकरण व अन्य सुविधाओं का लाभ पशुपालक उठा सकें। उन्होंने बताया कि मुंहखुर व गलघोंटू की संयुक्त वैक्सीन लगाई जा रही है, क्योंकि गलघोंटू एक जानलेवा बीमारी है और मुंहखुर के कारण पशु के दूध देने की क्षमता घट जाती है जिससे पशुपालकों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। इस वैक्सीन का टीकाकरण हो जाने पर पशु काफी हद तक सुरक्षित हो जाते हैं। उन्होंने पशुपालकों से अनुरोध किया कि वे सभी पशुओं का टीकाकरण व टैगिंग जरुर करवाएं। टीकाकरण से पशुओं का कोई नुकसान नहीं होता। उन्होंने बताया कि 4 माह से छोटे बछड़े, बछड़ियों व 7 माह से अधिक ग्याभिन पशुओं को छोड़कर सभी गाय, भैंस प्रजाति के पशुओं का टीकाकरण अवश्य करवाएं, ताकि पशुधन का मुंह खुर तथा गलघोटू जैसी संक्रामक बिमारियों से बचाव सुनिश्चित हो सकें। टीकाकरण के दौरान 12 अंकों का बारकोड वाले टैग लगाकर पोर्टल पर पंजीकरण किया जा रहा है।
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