सोनीपत (सच कहूँ न्यूज)। हरियाणा में सोनीपत के राई गांव में मुख्यमंत्री उड़नदस्ते व खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की संयुक्त टीम ने अवैध रूप से चल रही फैक्ट्री में छापामार कार्रवाई के दौरान 3500 किलो रसगुल्ले में से 500 किलो रसगुल्ले में चींटियां और 1000 किलो दूध में से 100 किलो दूध में गंदगी पायी गई। खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने जेसीबी से गड्ढ़ा खुदवाकर 500 किलो रसगुल्ले व 100 किलो दूध को नष्ट करा दिया। फैक्टरी संचालक के पास रसगुल्ले बनाने के लिए लाइसेंस तक नहीं था। इस पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने फैक्टरी संचालक को नोटिस जारी किया।
रसगुल्ले के दो सैंपल लेकर चंडीगढ़ लैब में भेजें
साथ ही रसगुल्ले के दो सैंपल लेकर चंडीगढ़ लैब में जांच के लिए भेजें है, वहां से रिपोर्ट मिलने पर आगामी कार्रवाई की जा सकेगी। मुख्यमंत्री उडनदस्ता, रोहतक से एसआई कृष्ण खत्री के नेतृत्व में टीम राठधना रोड स्थित फैक्टरी में पहुंची। उसके साथ खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम भी शामिल रहे। दोनों टीमों द्वारा संयुक्त रूप से जांच की गई। इस दौरान फैक्टरी व उसके अंदर बने गोदाम में 37 बड़े ड्रम और 12 छोटे ड्रम में 3500 किलो रसगुल्ले भरकर रखे मिले।
बंद कमरे में बिना ढके हुए 500 किलो रसगुल्ले में चींटियां और मक्खियां पड़ी हुई थी। इसके अलावा 100 किलो दूध में गंदगी पाई गई। दिवाली के मौके पर इन रसगुल्लों को बाजार में सप्लाई किया जाना था। निम्न स्तर के यह रसगुल्ले लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकते थे। संयुक्त टीम ने फैक्टरी संचालक से रसगुल्ले बनाने का लाइसेंस मांगा, लेकिन लाइसेंस नहीं होने के कारण खाद्य सुरक्षा अधिकारी वीरेंद्र गहलावत ने फैक्टरी संचालक को नोटिस जारी किया है।
अधिकारी ने क्या बताया…
खाद्य सुरक्षा अधिकारी वीरेंद्र गहलावत ने बताया कि फैक्टरी में जिस प्रकार से रसगुल्ले बनाए जा रहे थे, वहां पर सफाई का कोई ध्यान नहीं रखा गया था। जांच में पाया कि कई महीनों से रसगुल्ला फैक्टरी चलाई जा रही थी। लालच में लोगों के स्वास्थ्य के साथ बड़े स्तर पर खिलवाड़ किया जा रहा है। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया गया। इसके साथ रसगुल्ले के दो सैंपल लेकर चंडीगढ़ लैब में जांच के लिए भेजे गए। वहां से रिपोर्ट मिलने पहर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
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