डेरा सच्चा सौदा में एक बार फिर मानवता भलाई कार्यों को समर्पित रहा करवा चौथ
सरसा (सच कहूँ न्यूज)। डेरा सच्चा सौदा की करोड़ों साध-संगत ने करवा चौथ के शुभ अवसर पर रविवार को दुनिया भर में पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अच्छी सेहत और दीर्घायु होने की प्रार्थना करते हुए व्रत रखा। इस दौरान साध-संगत ने स्वयं भूखे रहकर अपने भोजन के बराबर परमार्थ करके जरूरतमंद परिवारों को भोजन उपलब्ध करवाया। वहीं पूरा दिन गर्म पानी पर व्रत रखकर राम-नाम का सुमिरन करते हुए सृष्टि के भले की कामना की और देर सायं व्रत खोला। रविवार को शाह सतनाम जी धाम, सरसा के साथ-साथ हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक सहित विभिन्न राज्यों के साथ कनाडा, अमेरिका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, यूएई आदि देशों में नामचर्चाओं का भी आयोजन किया गया।
पूज्य गुरु जी की अच्छी सेहत …
नामचर्चाओं में साध-संगत ने पूरी एकता के साथ पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां पर अटूट श्रद्धा और विश्वास व्यक्त करते हुए जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध करवाना, गरीब परिवारों की बेटियों की शादियों में आर्थिक सहयोग, निराश्रयों के मकान बनाकर देना, मंदबुद्धि लाचार, बेसहारा लोगों की सार-संभाल करना, बुराइयों में फंसे लोगों को राम-नाम से जुड़ने के लिए प्रेरित करना, रक्तदान, मरणोपरांत नेत्रदान और शरीरदान सहित मानवता भलाई के 135 कार्यों को तीव्र गति से आगे बढ़ाने का संकल्प भी दोहराया। इसके साथ ही साध-संगत ने राम-नाम का सुमिरन करते हुए पूरे दिन गर्म पानी पर व्रत रखा और जरूरतमंद परिवारों को राशन वितरित किया गया। बता दें कि पूज्य गुरु जी के वचन हैं कि व्यक्ति अगर गुनगुने पानी पर बिना कुछ खाए 12 या 24 घंटे का व्रत रखता है तो यह सही है और सेहत के लिए भी लाभदायक रहता है।
पूरे विश्व को इंसानियत व मानवता की शिक्षा देने वाले पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के लिए हर दिन भी व्रत रखना पड़े तो भी कम है। पूज्य गुरु जी मेरे लिए माँ-बाप से भी बढ़कर हैं। उन्हीं की दी गई शिक्षा के कारण ही करोड़ों लोग मानवता की नि:स्वार्थ सेवा के लिए दिन रात खड़े रहते हैं। इसलिए अपने सतगुरु के लिए आज मैंने उपवास रख उनकी अच्छी सेहत व दीर्घायु की कामना की है। नपिंदर इन्सां, न्यूजीलैंड।
‘‘मैंने भी आज अपने पूर्ण सतगुुरु के लिए उपवास रख, मानवता भलाई का कार्य किया है। आज पूरे विश्व को डॉ. एसएसजी की जरूरत है, क्यों कि वे ही वो पूर्ण पीर-फकीर हैं, जो वर्तमान दौर में मरती हुई इंसानियत को बचा सकते हैं। बुराईयों में फंसे लोगों को सच्चाई व अच्छाई की राह पर ला सकते हैं। साक्षी इन्सां, करनाल, (हरियाणा)।
‘‘पूज्य गुरु जी ने करोड़ों लोगों के जीवन में नया उजाला किया है। उनकी पावन प्रेरणाओं और मार्गदर्शन पर चलते हुए आज 6 करोड़ साध-संगत विश्वभर में मानवता की नि:स्वार्थ सेवा कर रही है। पूज्य गुरु जी की लंबी आयु व उनके अच्छे स्वास्थ्य को लेकर मैंने भी आज व्रत रखा है। सतगुरु जी को शत्-शत् नमन करती हूँ। सुखजीत कौर, गांव मेहरवाला, राजस्थान।
करवा चौथ का व्रत प्यार-मोहब्बत की निशानी है। रूहानियत में अगर आप अपने सतगुरु, पीर, फकीर के लिए व्रत रखते हैं तो उसे रूहानियत में सच्ची पतिव्रता कहा जाता है। रूहानियत में सूफियत में भावना की बड़ी महत्वता है, जिनकी भावना शुद्ध होती है, प्रबल होती है वो सतगुरु-मालिक को पा जाया करते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए कि ‘साईंयां किते, ते बधाईयाँ किते’। अपने सतगुरु पर दृढ़ यकीन के साथ, सच्ची मोहब्बत के साथ आप आगे बढ़ते रहिए। बहुत सी साध-संगत ऐसी है जो सप्ताह में एक दिन व्रत रखती ही है, 24 घंटे का रखती है, और जो भी खाने का पैसा होता है वो उनको देती है जो अंगहीन, लाचार, जरूरतमंद होते हैं और हम कहते हैं इससे अच्छा व्रत दुनिया में और कोई हो ही नहीं सकता। जिसने भी व्रत रखा, उन्हें बहुत-बहुत आशीर्वाद। मालिक खुशियां बख्शें।
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां।
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