मध्यमवर्गीय परिवार रंग-रोगन से पीछे खींच रहे हाथ
सच कहूँ/राजू, ओढां। दीपावली पर अगर आप घर की पुताई करने की सोच रहे हैं तो आपको जेब काफी ढीली करनी पड़ेगी। क्योंकि पेट्रोल-डीजल व केमिकल के लगातार बढ़ रहे दामों से पेंट के दामों में तकरीबन 20 फीसद का इजाफा हुआ है। इसके अलावा डिस्टेंपर, प्राइमर व तारपीन के तेल के दामों में भी उछाल देखा जा रहा है। लॉकडाउन में कारोबार ठप रहने से प्रभावित दुकानदारों को त्यौहार पर बिक्री ठीक होने की उम्मीदें थीं, लेकिन उनकी उम्मीद बढ़े दामों ने प्रभावित करके रख दी है। त्यौहार नजदीक आ रहा है, लेकिन रंग-रोगन की दुकानों पर भीड़ काफी कम नजर आ रही है। या यूं कहें कि रंग-रोगन का कार्य या तो नौकरीपेशा लोग करवा रहे हैं या फिर कारोबारी या साधन संपन्न। मध्यमवर्गीय लोग रंग-रोगन करवाने से हाथ पीछे खींच रहे हैं। इन बढ़े दामों से न केवल आम लोग परेशान हैं बल्कि कारोबारी भी परेशान हैं। इस बारे जब पेंट का कार्य करने वाले कुछ दुकानदारों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद रोजगार खुलने से कुछ उम्मीदें जगी थीं, लेकिन बढ़े दाम कोढ़ में खाज का कार्य कर रहे हैं।
ब्रांडेड दुकानों पर डिस्टेंपर की जो बाल्टी 700 रूपये की थी वो अब 950 रूपये की मिल रही है। वहीं प्लास्टिक पेंट की बाल्टी के दाम करीब 400 रूपये बढ़े हैं। अच्छी क्वालिटी के डिस्टेंपर करीब 90 रूपये प्रति किलो मिल रहे हैं। जबकि कम्प्यूटर तकनीक से बनने वाले इमलसन पेंट 150 रूपये से करीब 600 रूपये तक की कीमत के मिल रहे हैं। पूर्व में रंगोली इजी क्लीन डिस्टेंपर की तरफ लोगों का रुझान था, लेकिन बढ़े दामों के चलते लोग प्लास्टिक पेंट से किनारा कर रहे हैं। कभी करीब 4500 रूपये में मिलने वाली इजी क्लीन की बाल्टी अब करीब 6 हजार रूपये की मिल रही है। पिछले करीब 2 माह पूर्व करीब 270 रूपये में मिलने वाली तारपीन के तेल की बाल्टी अब 370 रूपये की मिल रही है। पेंट के लगातार बढ़ रहे दामों के चलते लोग वॉल पुट्टी या प्राइमर अधिक करवा रहे हैं।
पेंटरों ने बढ़ाई दिहाड़ी
दीपावली में कुछ दिन शेष बचे हैं। ऐसे में लोग अपने घरोेंं की साफ-सफाई व पुताई करने में लगे हुए हैं। जिसके चलते पेंटरों की मांग बढ़ी है। बढ़ी महंगाई के चलते पेंटरों व मजदूरों ने भी अपनी दिहाड़ी बढ़ा दी है। पेंटर शिव नुहियांवाली, नेसी कुमार, प्रेम कुमार व मंजीत सिंह जलालआना का कहना है कि हर चीज के दाम में बढ़ोतरी हो रही है। लेकिन उनकी दिहाड़ी पिछले काफी समय से वहीं की वहीं है। ऐसे में उन्होंने इस बार कु छ दिहाड़ी बढ़ाई है।
‘‘पिछले कुछ समय से पेंट के दामों में भूचाल आया हुआ है। हमारे पास सभी तरह के पेंट्स हैं, लेकिन खरीददार वही आ रहे हैं जो या तो नौकरीपेशा है या फिर साधन संपन्न। मध्यमवर्गीय लोग नहीं आ रहे। दाम इतने बढ़े हैं कि सुनकर आम आदमी का सिर चकरा जाता है। नवरात्रे पर दुकान पर काफी भीड़ हो जाती थी, लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं है। बढ़े दामों को लेकर ग्राहक तो परेशान हैं ही अपितु हम उनसे भी ज्यादा परेशान हैं।
कुलदीप सिंगला, पेंट विक्रेता (ओढां)।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।