शारजाह (एजेंसी)। दिल्ली कैपिटल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स आज बुधवार को होने वाले दूसरे क्वालीफायर में आईपीएल फाइनल का टिकट कटाने के इरादे से उतरेंगे और विजेता टीम का फाइनल में शुक्रवार को चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ मुकाबला होगा।
दिल्ली कैपिटल्स को पहले क्वालीफायर में चेन्नई के हाथों रोमांचक संघर्ष में चार विकेट से हार का सामना करना पड़ा था जबकि कोलकाता ने एलिमिनेटर में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को चार विकेट से पराजित किया था। पहला क्वालीफायर बड़े स्कोर वाला रहा था जबकि एलिमिनेटर में कोलकाता को 138 रन हासिल करने के लिए आखिरी ओवर में दो गेंद शेष रहने तक जूझना पड़ा था। इन दोनों मुकाबलों में लेकिन एक समानता रही कि लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई और कोलकाता ने 19.4 ओवर में जीत हासिल की।
अब दूसरे क्वालीफायर में कोलकाता के सामने दिल्ली की चुनौती होगी जिसने पहले क्वालीफायर में शर्तिया जीत का मौका गंवाया था। दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत ने मैच के बाद निराशा व्यक्त करते हुए उम्मीद जताई थी कि इस मुकाबले में उनकी टीम ने जो गलतियां कीं उसे वह दूसरे क्वालीफायर में नहीं दोहराएगी और इनसे सबक लेकर जीत हासिल करने की पूरी कोशिश करेगी।
कोलकाता ने भी बेंगलुरु को हराने में अपना पूरा जोर लगाया था और उसकी जीत के नायक रहे थे कैरेबियाई आलराउंडर सुनील नारायण जिन्होंने पहले मात्र 21 रन पर चार विकेट लेकर बेंगलुरु को छोटे स्कोर पर रोका था और फिर लक्ष्य का पीछा करते हुए लगातार तीन छक्के मार कर मात्र 15 गेंदों में 26 रन बनाये थे।
दिल्ली को नारायण और कोलकाता के दूसरे स्पिनर वरुण चक्रवर्ती से सावधान रहना होगा जो अपने जाल में विपक्षी बल्लेबाजों को फंसाकर गलतियां करने के लिए मजबूर करते हैं। कोलकाता के पास तीसरे स्पिनर के रूप में बंगलादेश के चोटी के आलराउंडर शाकिब अल हसन भी मौजूद हैं जिन्होंने बेंगलुरु के खिलाफ आखिरी ओवर में चौका जड़कर अपनी टीम को जीत के करीब पहुंचाया था।
कोलकाता के पास जहां अच्छे स्पिनर हैं वहीं दिल्ली के पास बढ़िया तेज गेंदबाजी आक्रमण और रविचंद्रन अश्विन तथा अक्षर पटेल के रूप में दो अच्छे स्पिनर मौजूद हैं। पहले क्वालीफायर में दिल्ली के शीर्ष स्कोरर शिखर धवन सस्ते में आउट हो गए थे लेकिन करो या मरो के इस मुकाबले में वह बड़े मैचों के खिलाड़ी के रूप में अपनी प्रतिष्ठा बरकरार रखना चाहेंगे। पृथ्वी शॉ ने पिछले मुकाबले में आतिशी अर्धशतक बनाया था और इस फॉर्म को वह यहां भी बरकरार रखना चाहेंगे। कप्तान पंत के लिए यह जरूरी होगा कि वह कोई खराब शॉट खेलकर अपना विकेट नहीं गंवाएं।
मोर्गन ने कहा, ‘नारायण ने बढ़िया गेंदबाजी की। पावरप्ले में चीजें हमारे हक में नहीं जाने के बाद हमने अच्छी वापसी की। दूसरी पारी में हमेशा हमने मैच पर अपनी पकड़ बनाए रखी थी जो हमारे काम आया। मैं बहुत खुशनसीब हूं कि हमारे पर तीन विश्व स्तरीय स्पिन गेंदबाज हैं। जिस हिसाब से पिच खेल रही थी, हम जानते थे कि हमें बल्लेबाजी में गहराई की जरूरत थी।
हमारे लिए अगले मैच में भी पिच को देखकर अपने खेल को अनुकूलित करने की आवश्यकता होगी। हमने जो निरंतरता दिखाई है उसने सभी को चौंकाया है। खिलाड़ियों ने दूसरे चरण में आत्मविश्वास दिखाया है और अच्छा प्रदर्शन किया है।’
सुनील नारायण ने कहा, ‘जब आप अच्छा करो और टीम मैच जीते तो हमेशा अच्छा लगता है। मैं टीम के लिए हमेशा योगदान देना चाहता हूं। मैं भगवान का धन्यवाद करता हूं जिनकी कृपा से यह संभव हो पाया। आज सभी खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया।
अपने नए एक्शन से मैं पुराने सुनील नारायण बनने से अभी दूर हूं। मैं मेहनत करता जाऊंगा और बेहतर होता जाऊंगा। मैं गेंद के साथ खेल को कंट्रोल करना चाहता हूं। आने वाले दोनों मुकाबलों में भी मैं इस प्रदर्शन को जारी रखना चाहूंगा।’
दिल्ली और कोलकाता में यह बराबरी का मुकाबला होगा। जो टीम अपने खेल में धैर्य रखेगी वह जीतने में सक्षम होगी।