- मुख्यमंत्री के साथ बैठक से ऐन पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने डीजीपी और एजी की नियुक्तियों का फिर मुद्दा उठाया
- चन्नी-सिद्धू की बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक हरीश चौधरी भी शामिल रहेंगे।
चंडीगढ़ (सच कहूँ डेस्क)। नवजोत सिंह के इस्तीफे के बाद कांग्रेस आलाकमान ने मन बना लिया था कि सिद्धू को मनाया नहीं जाएगा और नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश शुरू कर दी थी। आलाकमान के तेवर को देखते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने अब बातचीत का मन बना लिया है। इस बीच पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजाेत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की बातचीत खत्म हो गई है।। सिद्धू और चन्नी पंजाब भवन में वार्ता खत्म हो गई है। बैठक में नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बारे में बातचीत हुई है । बताया जाता है कि सिद्धू पंजाब के कार्यवाहक डीजीपी इकबाल प्रीत सिंह सहोता और एजी अमरप्रीत सिंह देयाेल को हटाने पर अड़े हुए हैं।
Chief Minister has invited me for talks … will reciprocate by reaching Punjab Bhawan, Chandigarh at 3:00 PM today, he is welcome for any discussions !
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) September 30, 2021
सिद्धू के नाराजगी के मुख्य कारण
- कैबिनेट में जिस तरह पोर्टफोलिया बांटा गया, उससे सिद्धू खुश नहीं थे।
- नई कैबिनेट में सुखविंदर सिंह रंधावा को गृहमंत्री बनाया गया है, जब सिद्धू और उनके साथी इसका विरोध करते रहे।
- अमृतसर सुधार ट्रस्ट का लेटर चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा दिया गया, जबकि सिद्धू इसे सौंपना चाहते थे।
- कुछ अफसरों के ट्रांसफर से भी नवजोत सिंह सिद्धू खुश नहीं थे।
- राणा गुरजीत सिंह को सिधु के विरोध के बावजूद मंत्री बनाना।
- एपीएस दिओल को एडवोकेट जरनल लगाना।
- कुलजीत को मंत्री मंडल में शामिल न करना।
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