चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब में घटित एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम के तहत राज्य की दो बार मुख्यमंत्री के रूप में कमान सम्भालने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कल शाम कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले ही पद से इस्तीफा दे दिया था। कैप्टन के इस्तीके के बाद विधायक दल की बैठक हुई जिसमें मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला आलाकमान पर सौंप दिया था। फिर खबर आई कि अंबिका सोनी मुख्यमंत्री का नाम फाइनल हो गया है और आज विधायक दल की बैठक फिर से होनी थी।
लेकिन अंबिका सोनी के इनकार के बाद अब विधायक दल की मीटिंग भी टाल दी गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब कांग्रेस विधायक की बैठक आज नहीं होगी। उधर अजय माकन, हरीश रावत, नवजोत सिंह सिद्धू ने सीएम पद पर चर्चा की है। उधर सूत्रों के अनुसार, सुनील जाखड़ के अलावा नवजोत सिंह सिद्धू ने भी सीएम बनने का दावा ठोक दिया है जिससे कांग्रेस आलाकमान को नाम का ऐलान करने में देरी हो रही है।
अंबिका सोनी ने ठुकराया सीएम पद
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अंबिका सोनी ने पार्टी आलाकमान को मुख्यमंत्री बनने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि इस वक्त वह सीएम नहीं बनना चाहती हैं। सोनी ने पार्टी आलाकमान को बताया कि सिख को ही सीएम पंजाब में बनना चाहिए क्योंकि पंजाब में सिख नहीं होगा तो फिर कोन होगा?
बैठकों का दौर जारी
वहीं पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक अजय माकन और हरीश चौधरी तथा प्रदेश मामलों के प्रभारी हरीश रावत और प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं के बीच बैठकों का दौर यहां एक पंचसितारा होटल में शनिवार देर रात तक जारी रहा। यह बैठक रविवार को भी जारी है। बताया जाता है कि पार्टी विधायक दल के नेता का नाम दिल्ली में आलाकमान तय कर करेगा और बाद में इसकी यहां औपचारिक तौर पर घोषणा की जाएगी। मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुनील जाखड़, कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और इसके वर्तमान प्रदेधाध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का भी नाम जुड़ गया है। सिद्धू भी उस पंचसितारा होटल पहुंच गये हैं जहां पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हो रही है।
सिंगला भी दौड़ में पिछड़े
लेकिन कार्यवाहक मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खुले तौर पर कह दिया है कि अगर सिद्धू नाम मुख्यमंत्री पद के लिये आगे आता है तो इसका पुरजोर विरोध करेंगे। उन्होंने सिद्धू के पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के साथ नजदीकी सम्बंध होने के चलते इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ दिया है। उन्होंने यहां तक कह दिया जो व्यक्ति एक मंत्रालय नहीं सम्भाल सकता वह प्रदेश कैसे सम्भालेगा। इस बीच ये भी चचार्एं हैं कि पार्टी के केंद्रीय नेता यहां बैठक के बाद प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय जाने की सम्भावना है और वहीं से आलाकमान द्वारा लिये जाने वाले फैसले की औपचारिक घोषणा हो सकती है।
इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी की वरिष्ठ नेता अम्बिका सोनी और राज्य के कैबिनेट मंत्री विजय इंदर सिंगला का नाम भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सामने आ रहा था। लेकिन श्रीमती सोनी अब इस दौड़ से हट गई हैं। वहीं सिंगला की इस दौड़ में पिछड़ गये हैं। वहीं रंधावा के यहां सैक्टर-39 स्थित निवास पर भी उनके समर्थक विधायकों की बैठक चल रही है। जाखड़ के पंचकूला(हरियाणा) स्थित निवास पर भी हलचल है और यहां भी बैठकों का दौर जारी है। इस तरह की चचार्एं हैं कि राज्य को आज एक मुख्यमंत्री के साथ उप मुख्यमंत्री भी मिल सकता है।
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