दोनों सत्रों में 32 परीक्षा केन्द्रों पर 15280 में से 7975 परीक्षार्थियों ने दी परीक्षा
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एचसीएस परीक्षा देने में परीक्षार्थियों ने दिखाई कम रुचि, 15280 में से 7315 परीक्षार्थी नहीं पहुंचे परीक्षा देने
सच कहूँ/सुनील वर्मा, सरसा। एचसीएस (एक्स.ब्रांच.) व अलाइड सर्विसेज प्रिलिमनरी एग्जामिनेशन-2021 परीक्षा रविवार को सरसा में कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच 32 परीक्षा केन्द्रों पर शांतिपूर्वक संपन्न हुई। हालांकि परीक्षार्थियों ने उपरोक्त परीक्षा देने में कम रुचि दिखाई। दोनों सत्रों में 7315 परीक्षार्थी परीक्षा देने ही नहीं पहुंचे। जबकि दोनों सत्रों में 7965 परीक्षार्थी ही शामिल हुए। सभी 32 केन्द्रों पर उच्चाधिकारी पल-पल की गतिविधि पर अपनी पैनी नजर रखे रहे। परीक्षा के लिए एसडीएम जयवीर यादव को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया था। परीक्षा दो सत्रों प्रात: कालीन सत्र में 10 बजे से दोपहर 12 बजे व सांयकालीन सत्र में 3 बजे से 5 बजे तक आयोजित की गई। परीक्षार्थियों को पूरी जांच के बाद ही सेंटरों के अंदर प्रवेश करने दिया गया।
शांतिपूर्ण व पारदर्शी ढंग से परीक्षा के आयोजन के लिए 19 ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए थे और छह ड्यूटी मजिस्ट्रेट की रिजर्व में ड्यूटी लगाई गई। इसके अलावा पांच अधिकारियों की ड्यूटी फ्लाइंग स्क्वायड में लगाई गई। स्वयं जिला उपायुक्त अनीश यादव व पुलिस अधीक्षक अर्पित जैन ने परीक्षा केंद्रों का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने पुलिस कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। जिन्होंने सभी परीक्षा केंद्रों का बखूबी निरीक्षण किया। दोनों सत्रों में 15280 में से 7965 परीक्षार्थियों ने ही परीक्षा दी। सुबह के सत्र में 7640 में से 3991 परीक्षार्थी उपस्थित रहे। जबकि 3649 परीक्षार्थी परीक्षा देने ही नहीं पहुंचे। वहीं शाम के सत्र में 7640 में से 3974 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। शाम के सत्र में 3666 परीक्षार्थी गैरहाजिर रहे।
तीन स्थानों पर लगाए गए थे हेल्प डेस्क
बाहर से आने वाले परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों तक जाने में आने वाली समस्या को दूर करने के लिए भारत स्काउट एंड गाइड के सदस्यों के सहयोग से प्रशासन की ओर से शहर के तीन प्रमुख स्थानों बस स्टेंड, परशुराम चौक और सांगवान चौक पर हेल्प डेस्क लगाए गए। तीनों हेल्प डेस्क डीओसी ऊषा गुप्ता की देखरेख में लगाए गए। वहीं हेल्प डेस्क पर मेरिकॉम ओपन गु्रप से रेंजर और एलबीएफ से रोबर्ट ने सेवाएं दी। स्काऊट मास्टर जगदीश, पुरुषोत्तम, सुनील व रेंजर लीडर अमनदीप ने भी अपना भरपूर सहयोग दिया। डीओसी ऊषा गुप्ता ने बताया कि बाहर से आने वाले युवाओं को परीक्षा केंद्रों की जानकारी नहीं होती। उन्होंने न केवल परीक्षार्थियों की परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में मदद की, बल्कि आॅटो चालक परीक्षा केंद्रों तक जाने के लिए परीक्षार्थियों से 100-100 रुपए किराया वसूल कर रहे थे, जिन्हें चेतावनी देकर रूटीन किराया लेने के लिए कहा गया।
शहर में रही जाम की स्थिति
रविवार को एचसीएस परीक्षा व सरसा की अनाज मंडी में किसान सम्मेलन के चलते दिनभर में जाम सी स्थिति बनी रही। मंडी में आयोजित किसान सम्मेलन में जहां सुबह से ही किसान पहुंचने शुरू हो गए थे, वहीं परीक्षार्थी भी शहर में आने शुरू हो गए, जिससे दिनभर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही। चौक-चौराहों पर तैनात ट्रैफिक पुलिस ने यातायात को सुचारू बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई।
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