बाइबिल को कब लिखा गया इस संबंध में मतभेद हैं परंतु 23 अगस्त 1456 में जर्मन वैज्ञानिक योहानेस गुटेनबर्ग द्वारा जर्मनी माइंस शहर में आधुनिक ढंग से बाइबिल को छापा गया था। इसीलिए इस बाइबिल को गुटेनबर्ग बाइबिल कहते हैं। यह आधुनिक ढंग के छापाखाने से मुद्रित होने वाली दुनिया की पहली बाइबिल थी।
कहते हैं कि गुटेनबर्ग ने 380 ईस्वी में एक लैटिन अनुवाद से यह बाइबिल सफेद कागज पर काले अक्षरों में छापी थी। इस बाइबिल में 42 पंक्तियां थीं इसीलिए इसे मजारिन या बी-42 बाइबिल भी कहा जाता है। इसकी करीब 300 सौ प्रतियां छापकर यूरोप के पेरिस सहित विभिन्न शहरों में भेजी गई थी। 1847 ईस्वी में अमेरिकी जेम्स लेनक्स ने बाइबिल की पहली प्रति खरीदी थी जो अब न्यूयॉर्क पब्लिक लाइब्रेरी में रखी हुई है।
गुटेनबर्ग के द्वारा बनाई गई प्रेस विश्व की पहली प्रिंटिंग प्रेस थी जिसका आविष्कार 1448 में हुआ था। कहते हैं कि गुटेनबर्ग प्रेस द्वारा सबसे पहले बाइबिल ही छापी गई थी जिसकी 180 प्रतियां छापने में 3 वर्ष लग गए थे। कई लोग मानते हैं कि यह बाइबिल अपूर्ण है और कुछ मानते हैं कि प्राचीन बाइबिल हिब्रू भाषा में लिखी गई थी। हालांकि वर्तमान में ग्रीक में अलग, लेटिन में अलग और हिब्रू में अलग बाइबल उपलब्ध है। बाइबिल के दो भाग हैं- पूर्वविधान (ओल्ड टेस्टामेंट) और नवविधान (न्यू टेस्टामेंट)। बाइबिल में यहूदियों के धर्मग्रंथ तनख को ही पूर्वविधान के तौर पर शामिल किया गया। पूर्वविधान को तालमुद और तोरा भी कहते हैं। इसका मतलब ‘पुराना अहदनामा’। हलांकि यह भी कहा जाता है कि यह पूर्वविधान वैसा नहीं है जैसा की यहूदियों के पास है।