बढ़ती बेरोजगारी से चिंतित सरकार ने लिया फैसला
चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। हरियाणा सरकार द्वारा निजी क्षेत्र में युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रति वर्ष 200 रोजगार मेले आयोजित करने का लक्ष्य रखा गया है, इसके अन्तर्गत राज्य के प्रत्येक जिले में जिला रोजगार कार्यालय द्वारा प्रति तिमाही कम से कम एक रोजगार मेला या प्लेसमेंट ड्राइव आयोजित करना अनिवार्य है। यह जानकारी हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दी।
डिप्टी सीएम ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा के युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार से जोड़ने के लिए नए रोजगार पोर्टल का शुभारंभ किया गया है। निजी क्षेत्र में विविध प्रकार के कौशल से युक्त युवाओं की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विभिन्न सरकारी विभागों और आईटीआई, पॉलिटेक्निक, उच्च शिक्षण संस्थानों से एकत्रित कर हरियाणा के युवाओं का विवरण रोजगार पोर्टल पर संकलित किया गया है। उन्होंने बताया कि यही नहीं निजी क्षेत्र के नियोक्ताओं और जॉब-एग्रीगेटर्स को भी रोजगार पोर्टल पर संयोजित किया गया है।
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि रोजगार पोर्टल पर प्रार्थियों के विवरणों का संवर्द्धन तथा इन प्रार्थियों को निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसरों से जोड़ने के लिए रोजगार विभाग द्वारा 35 सीटर कॉल सेंटर स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के कारण उत्पन्न परिस्थिति के मद्देनजर इस बार वास्तविक जॉब फेयर करवाना सम्भव नहीं हो पाया, जिसके कारण रोजगार विभाग द्वारा विभागीय पोर्टल पर आॅनलाइन जॉब फेयर मॉडयूल संचालित कर दिया गया है। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के 50 हजार मेधावी युवाओं को प्रदेश की सरकारी नौकरियों के साथ-साथ केंद्र सरकार के कर्मचारी चयन आयोग, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों, भारतीय रेलवे समेत केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में भी नौकरियों के लिए प्रतियोगी परीक्षा पास करने में सक्षम बनाने के लिए फ्री आॅनलाइन विशेष कोचिंग और प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
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