वाशिंगटन (एजेंसी)। अफगानिस्तान में बिगड़ते हालत के बीच अमेरिका ने बुधवार को 1000 से अधिक अमेरिकी नागरिकों को वहां से निकाला। यह जानकारी व्हाइट हाउस ने दी है। व्हाइट हाउस ने मंगवार को कहा, ‘आज अमेरिकी सैन्य उड़ानों ने लगभग 1100 अमेरिकी नागरिकों, अमेरिका के स्थायी निवासियों और उनके परिवारों को 13 उड़ानों (जिनमें 12 सी-17 उड़ान और एक सी-130 उड़ान शामिल है) से निकाला गया। हमें उम्मीद है कि वहां से निकाले जाने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।
व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘हमने अब तक अपने कर्मचारियों सहित 3,200 से अधिक लोगों को वहां से (अफगानिस्तान) निकाला है। वहां से निकाले गए कुल 3,200 लोगों के अलावा, हमने लगभग 2,000 अफगानिस्तान के विशेष अप्रवासियों को अमेरिका में स्थानांतरित कर दिया है। उल्लेखनीय है कि तालिबान ने गत रविवार को अफगानिस्तान सरकार को पराजित कर सत्ता की बागड़ोर अपने हाथ में ले ली है। वहां के राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर चले गए हैं।
सत्यार्थी ने अफगानी महिलाओं की सुरक्षा के लिए विश्व समुदाय से की अपील
नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अफगानिस्तान में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने की अपील की। सत्यार्थी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘अफगानिस्तान में बच्चों एवं महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि अफगानिस्तान में और उसके बाहर सभी संबंधित पक्षों को उस देश में स्थिरता और शांति की प्रक्रिया में बच्चों की भलाई और भविष्य को प्राथमिकता देनी चाहिए।
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सभी भारतीयों की सुरक्षित वापसी को प्रतिबद्ध : सरकार
काबुल से भारतीय दूतावास के राजनयिक और कर्मचारियों के यहां लौटने के बीच सरकार ने मंगलवार को कहा कि वह अफगानिस्तान से सभी भारतीयों की सुरक्षित वापसी के लिए प्रतिबद्ध है और अफगान नागरिकों को वीजा सेवाएं भी प्रदान कर रही है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसे पहले ही अफगान सिख और हिंदू समुदाय के नेताओं से अनुरोध प्राप्त हो चुके हैं और वह उनके संपर्क में है। अफगानिस्तान से आने और जाने के लिए मुख्य चुनौती काबुल हवाई अड्डे की परिचालन स्थिति है, जहां सोमवार को वाणिज्यिक परिचालन स्थगित कर दिया गया था। विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, ‘इस पर हमारे सहयोगियों के साथ उच्च स्तर पर चर्चा हुई है, जिसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ चर्चा की है।
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