काबुल (एजेंसी)। तालिबान ने 217 पामीर आर्मी कोर केन्द्र, कुंदुज हवाईअड्डे पर कब्जा कर एक सैन्य हेलीकॉप्टर भी कब्जे में ले लिया। यह पहली बार है, जब तालिबान ने अमेरिकी नेतृत्व वाली गठबंधन सेना की वापसी के बाद अफगानिस्तान में शुरू किए गए हमले के बाद सेना के अड्डे को अपने कब्जे में ले लिया है। सोशल मीडिया पर साझा किए गए फुटेज में कुंदुज में सुरक्षा बल के कई जवानों को तालिबान के सामने आत्मसमर्पण करते हुए दिखाया गया है। टोलो न्यूज ने बताया कि तालिबान ने कुंदुज में एक सैन्य हेलीकॉप्टर को भी कब्जे में ले लिया है, लेकिन यह हेलीकॉप्टर सेवा में नहीं है। ऐसा माना जा रहा है कि यह 2019 में भारत द्वारा उपहार में दिया गया एमआई-35 अटैक हेलीकॉप्टर है। सोशल मीडिया पर उपलब्ध तस्वीरों के अनुसार हेलीकाप्टर के रोटर ब्लेड को हटा दिया गया है।
कुंदुज की ताजा घटनाओं का जिक्र करते हुए सांसद शाह खान शेरजाद ने टोलो न्यूज को बताया कि हवाईअड्डा और सेना की वाहिनी ने तालिबान के सामने अपने हथियार डाल दिए है। कुंदुज हवाई अड्डे पर कब्जा फराह, बदख्शां और बगलान प्रांतों के केन्द्रों से अफगान सुरक्षा बलों की वापसी के बाद हुआ है। सूत्रों ने बताया कि बदख्शां प्रांत के केन्द्र फैजाबाद को खाली कराने के बाद सुरक्षा बलों ने तखर के फरखर जिले तक पहुंचने का प्रयास किया, लेकिन वे तालिबान के हमले की चपेट में आ गए और जवान हताहत हुए हैं। फराह शहर में भी भयंकर लड़ाई की खबर है। अधिकारियों ने बताया कि फराह हवाईअड्डे पर अब सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
तखर में स्थानीय पत्रकारों ने कहा कि तालिबान ने मीडिया को शरिया कानून के आधार पर कार्रवाई करने का आदेश दिया है। सांसद अजीम मोहसेनी ने कहा, ‘अगर बगलान की स्थिति का समाधान नहीं किया गया, तो उत्तर पर पूरी तरह तालिबान का कब्जा हो जाएगा, यहां कार्रवाई करने की जरुरत है।’ रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि सुरक्षा बलों ने रात बिना कोई प्रतिरोध किए पुल-ए-खुमरी शहर को खाली करा लिया। इस सप्ताह सुरक्षा बलों ने तखर, जजजान, सर-ए-पुल और समांगन के प्रांतीय केंद्रों को खाली करा लिया।
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