बरनाला में बनाए गए थे 26 परीक्षा केन्द्र, पेपर देने पहुंचे परीक्षार्थियों ने पदों की संख्या बढ़ाए जाने की मांग की
सच कहूँ/जसवीर गहल
बरनाला। पटवारियों, क्लर्कों और नंबरदारों के पदों के लिए लिखित परीक्षा रविवार को सख्त सुरक्षा प्रबंधों के बीच हुई। जिला में बनाए गए 26 परीक्षा केन्द्रों में बड़ी संख्या में लड़के और लड़कियों ने कोरोना संबंधी जारी हिदायतों की पालना करते हुए परीक्षा दी। इस मौके जिला पुलिस प्रशासन द्वारा परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्रों के अंदर भेजने के अलावा परीक्षा केन्द्रों आसपास ट्रैफिक व्यवस्था को बहाल रखने के लिए पुख्ता प्रबंध किए।
परीक्षा के बाद शहर में बनी जाम वाली स्थिति, कई घंटों बाद खुले रास्ते
प्राप्त जानकारी के अनुसार पंजाब सरकार ने पटवारियों, क्लर्कों और जिलेदारों के कुल 1152 पदों का नोटिफिकेशन जारी किया है, जिनके लिए परीक्षा देने के लिए अप्लाई करने वालों की संख्या लाखों में पहुंच गई है। उक्त पदों के लिए परीक्षा लेने की सरकार द्वारा तय तारीख के अनुसार रविवार को प्रदेश भर के विभिन्न परीक्षा केन्द्रों में बड़ी संख्या में परीक्षार्थियों ने कोरोना महामारी के मद्देनजर जारी हिदायतों की पालना करते हुए लिखित परीक्षा दी। इस दौरान परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्रों में दाखिल होने के लिए अपने वाहन परीक्षा केन्द्रों से काफी दूर खड़े करने के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
जिला प्रशासन द्वारा स्थानीय जिले में पटवारियों के 1080, क्लर्कों के 36 और जिलेदारों के 26 पदों के लिए जिले में कुल 26 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जहां कोरोना महामारी को ध्यान में रखते कमरों को सैनेटाईजर करवाने सहित टैफिक के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। इन आरजी परीक्षा केन्द्रों में तकरीबन 9700 लड़के और लड़कियों ने पटवारियों, क्लर्कों और जिलादारों के पदों के लिए परीक्षा दी। इस दौरान परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में एडमिट कार्ड और दो फोटो के अलावा पानी वाली बोतल व सैनेटाइजर लेकर जाने की इजाजत दी गई, जबकि लिखित पेपर देने के लिए परीक्षार्थियों को पैन परीक्षा केंद्र में ही मुहैया करवाए गए।
सुबह 11:00 से 1:00 बजे तक चले इस पेपर के बाद शहर में काफी स्थानों पर कुछ समय जाम वाली स्थिति भी देखने को मिली लेकिन पहले से ही अलग-अलग रास्तों पर ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मचारियों की मुश्तैदी के साथ स्थिति कुछ समय के अंदर ही आम जैसी हो गई।
बेरोजगार ज्यों की त्यों
बेशक पंजाब सरकार ने अपने चार वर्ष के कार्यकाल दौरान ‘घर-घर नौकरी’ देने के वायदे अनुसार कई रोजगार मेले लगाए लेकिन रविवार को पटवारियों के पेपर दौरान बने हालात देखकर लग रहा था कि पंजाब में बेरोजगारी ज्यों की त्यों बनी हुई है। परीक्षा देने पहुंचे कुछ युवकों ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा निकाली गई भर्ती बेरोजगार युवकों के मुकाबले नामात्र है, लेकिन फिर भी पेपर देने पहुंचे हैं। उनका कहना था कि खाली बैठने से परीक्षा देना कहीं बेहतर है। यदि परीक्षा में पास हो गए तो रोजगार मिल जाएगा। युवकों ने पोस्टों की संख्या बढ़ाए जाने की मांग भी की।
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