विभाग के समक्ष 15 दिन में देना होगा जवाब (Action of Mining Department)
भिवानी (सच कहूँ/इन्द्रवेश)। माइनिंग विभाग ने 40 से ज्यादा क्रेशरों पर माल स्टॉक के अनुरूप नहीं मिलने पर उनके ई-रवाना सस्पेंड़ कर दिए हैं। इस मामले में विभाग ने क्रेशर मालिकों को 15 दिन का समय दिया है, जिसमें उन्हें जवाब देना होगा। बता दें कि करीब 10 दिन पहले माईनिंग विभाग व सीएम फ्लार्इंग द्वारा क्रेशरों पर स्टॉक की जांच की गई थी। माईनिंग विभाग व सीएम फ्लार्इंग द्वारा प्रदेश की क्रेशर इकाई खानक, चरखी दादरी, नारनौल व युमनानगर में स्टॉक की जांच की गई। जांच में टीम ने खानक में क्रेशरों पर माल स्टॉक के अनुरूप नहीं मिला था। जिन क्रेशरों पर माल स्टॉक के अनुरूप नहीं मिला था, विभाग ने उनके खिलाफ नियमों के अनुसार कार्रवाई की है।
टीम द्वारा कार्रवाई के समय मशीन द्वारा माल का वजन व वीडियोग्राफी भी की गई
नियमों का उल्लंघन करने वालों के ई-रवाना पोर्टल सस्पेंड़ कर दिया ही। विभाग द्वारा एक बार चार दिन के लिए इनका पोर्टल खोला गया है, इस दौरान ये क्रेशर पोर्टल पर जो रवाने प्राप्त नहीं हुए थे, उनको प्राप्त कर सिर्फ चढ़ा सकेंगे और कुछ भी नहीं होगा। क्रेशर एसोसिएशन के प्रधान सुनील जिंदल ने कहा खनन विभाग द्वारा क्रेशरों का ई-रवाना पोर्टल बंद करना गलत है। खनन विभाग को पहले 15 दिन का नोटिस देना चाहिए था, एकदम से की गई कार्रवाई पूरी तरह नाजायज है। हर व्यक्ति को अपना पक्ष रखने का अधिकार है, लेकिन खनन विभाग ने सीधे ही ई-रवाना काटना बंद कर दिया है, इसके लिए वे अधिकारियों से मुलाकात करेंगे और अपनी बात रखेंगे।
क्रेशर मालिकों को दिया 15 दिन का समय
इस मामले में जिला माईनिंग अधिकारी निरंजनलाल ने बताया कि उनकी टीम जब जांच के लिए गई तो उनके पास जीपीएस सिस्टम व मशीन थी। टैक्निकल भी आए हुए थे। क्रेशरों की तरफ से भी एक आदमी लिया गया था। पूरे मामले की वीडियोग्राफी भी की गई है। निरंजनलाल ने बताया कि जिन क्रेशरों पर माल में अनियमितता पाई गई थी, उनका ई-रवाना पोर्टल सस्पेंड़ कर दिया है। उन्होंने कहा कि क्रेशर मालिकों को 15 दिन का समय दिया है, जिसके दौरान उन्होंने इस मामले जवाब देना है। विभागीय नियमों के अनुसार कार्रवाई की गई है।
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