चंडीगढ। पश्चिमोत्तर क्षेत्र में पिछले चौबीस घंटों में कई स्थानों पर हल्की की अनुपात में औसत तक बारिश हुई और अगले दो दिन भी अनेक स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं। मौसम केन्द्र के अनुसार क्षेत्र में अगले दो दिन अनेक स्थानों पर औसत तक बारिश होने तथा कहीं कहीं भारी से अति भारी बारिश की संभावना है । इसके बाद 30 और 31 जुलाई को भारी बारिश हो सकती है।
पिछले चौबीस घंटों से क्षेत्र में अनेक स्थानों पर हो रही बारिश से पारे में छह से सात डिग्री तक की गिरावट आयी है। गुडगांव में 91 मिलीमीटर ,करनाल 54 मिमी , हिसार 29 मिमी , अंबाला 41 मिमी , चंडीगढ 13 मिमी , नारनौल नौ मिमी , रोहतक 18 मिमी ,भिवानी 27 मिमी ,जींद और अन्य स्थानों पर अच्छी बारिश हुई । पंजाब में भी कल से रूक रूककर बारिश होती रही तथा लुधियाना 46 मिमी , पटियाला 13 मिमी ,अमृतसर सात मिमी सहित अनेक हिस्सों मेें बारिश हुई और अगले दो दिन भी बारिश होने की संभावना है।
रामलाल मारकंडा ने लिया अचानक आई बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा
हिमाचल के तकनीकी शिक्षा एवं जनजातीय विकास मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा ने खराब मौसम के बावजूद, तोजिंग नाले में आई बाढ़ से हुए नुकसान, राहत व तलाशी अभियान का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को इस आपदा से प्रभावित लोगों के लिये राहत एवं खोज कार्य को और तेज करने के निर्देश दिए। लाहौल-स्पिति के पट्टन घाटी में बादल फटने से तोजिंग नाले में एयरटेल व बीआरओ के लेबर तथा चार अन्य यात्रियों सहित कुल सात लोगों की मृत्यु हो गई है जिनके शव बरामद किए गए हैं। तीन अन्य अभी लापता हैं, जिनके लिए खोज अभियान जारी है।
उन्होंने सभी दिवंगत लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा कि भारी बारिश की वजह से जिले के जाहलमा, शाँशा व मडग्रां पुल क्षतिग्रस्त हो गए है। मयाड़ घाटी में भी बादल फटने से बहुत नुकसान हुआ है। साथ ही केलंग के समीप शाकस नाले में बाढ़ के कारण सड़क को नुकसान पहुंचा है। डॉ मारकंडा तोजिंग नाले में प्रशासन के साथ पंहुचे उन्होंने सभी से अपील है की कि कोई भी खराब मौसम में नदी -नालों के पास न जाएं।
किश्तवाड़ में बादल फटने से मारे गये लोगों के परिजनों को 5 लाख की सहायता
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना में मारे गये लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये और राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) के तहत 12,700 रुपये भी दिए जाएंगे।
किश्तवाड़ के उपायुक्त एसडीआरएफ के तहत मकान, बर्तन, कपड़े, घरेलू सामान, मवेशी, पशुशाला, कृषि भूमि की हानि आदि के लिए राहत राशि प्रदान करेंगे। उपराज्यपाल ने कहा, “जम्मू-कश्मीर सरकार प्रभावित परिवारों की सहायता और सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगी। ऐसे कठिन समय में, उन लोगों की देखभाल करना हमारा कर्तव्य है जो दुर्भाग्य से इन प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित हुए हैं।” गाैरतलब है कि किश्तवाड़ जिले में बुधवार को बादल फटने से अचानक आयी बाढ़ और भारी बारिश से सात लोगों की मौत हो गयी और 17 अन्य घायल हो गये।
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