चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच खींचतान अभी भी जारी है। भले ही हाईकमान ने सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया है लेकिन कैप्टन और सिद्धू के तेवर नरम नहीं दिख रहे हैं और उनके कैंप से लागातार एक दूसरे पर हमला जारी है। इस बीच सिद्धू कैंप ने सीएम कैप्टन पर हमला बोलते हुए कहा कि माफी तो उन्हें मांगनी चाहिए क्योंकि उन्होंने जनता के वादे को पूरे नहीं किए हैं। आपको बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से मांग की गई थी कि सिद्धू को आपत्तिजनक ट्वीटस करने को लेकर माफी मांगनी चाहिए।
क्या है मामला
कैप्टन ग्रुप का कहना था कि सिद्धू ने सार्वजनिक तौर पर इन ट्वीट्स के जरिए सरकार और प्रदेश कांग्रेस के कामकाज पर सवाल उठाए थे। वह जब तक इसके लिए माफी नहीं मांगेंगे, तब तक वह उनसे मुलाकात नहीं करेंगे। उनकी इस मांग के जवाब में ही सिद्धू कैंप ने माफी से इनकार किया है। यही नहीं उलटे उनसे ही मांग की है कि वे माफी मांगें।
पांच मंत्री व 28 विधायक दिखे सिद्धू के साथ, कैप्टन से बनाकर रखी दूरी
कभी कैप्टन ने प्रताप बाजवा से प्रधानगी छीनी थी
माना जा रहा है कि जिस दिन नवजोत सिद्धू श्री दरबार साहिब में नतमस्तक होने के लिए जाएंगे, 80 में से से 65 विधायक उनके साथ होे सकते हैं। यह ठीक उसी तरह है जैसे कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इसी तरह का संघर्ष करके प्रताप बाजवा से प्रधानगी छीनी थी। तब भी लगभग सभी विधायक बाजवा के साथ न होकर कैप्टन अमरिंदर सिंह के खेमे में चले गए थे, क्योंकि वह जानते थे कि आने वाला समय कैप्टन का है। तो क्या अब इन सभी विधायकों को यह लगने लगा है कि कांग्रेस का सूर्य अब नवजोत सिद्धू के रूप में उदय हो रहा है।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र की कैबिनेट मंत्रियों व विधायकों के साथ हुई मीटिंग
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।