नई दिल्ली। अगले महीने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की भारतीय अध्यक्षता के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला समुद्री सुरक्षा, संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान और आतंकवाद विरोधी विषयों पर मंथन करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल माध्यम से इन बैठकों की अध्यक्षता करेंगे, जबकि विदेश मंत्री एस. जयशंकर और विदेश सचिव श्रृंगला अगले महीने न्यूयॉर्क के दौरे पर जाएंगे, जहां वे 2021 में एक महीने लंबी यूएनएससी की भारतीय अध्यक्षता के कार्यकाल को गाइड करेंगे।
इस दौरान लीबिया और सीरिया संकट के मुकाबले अफगानिस्तान में सुरक्षा की स्थिति अब सबसे बड़ा मुद्दा है। अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा बढ़ता जा रहा है और काबुल में सुरक्षा की स्थिति बिगड़ रही है। आने वाले समय में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद इस पर चर्चा कर सकती है। इसके अलावा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में निर्बाध वैश्विक व्यापार के लिए नौवहन की स्वतंत्रता के संदर्भ में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की समुद्री सुरक्षा पर उच्च स्तरीय चर्चा बहुत महत्वपूर्ण होगी।
आतंकवाद से निपटने में सहयोग को भी प्राथमिकता दी जाएगी, क्योंकि आने वाले दिनों में अफगानिस्तान, पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों की हिंसा का नया केंद्र बन सकता है। पाकिस्तान स्थित ठिकानों का उपयोग आतंकी अपनी ट्रेनिंग और भारत, अमेरिका, ब्रिटेन और इजरायल जैसे देशों पर हमले के लिए कर सकते हैं। ध्यान रहे कि 1996 में काबुल पर तालिबान के कब्जे के दौरान ऐसा ही हुआ था। संयोगवश, भारत संयुक्त राष्ट्र की 1267 कमेटी का प्रमुख है, जो वैश्विक आतंकवादियों को नामित करती है।
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