नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वर्ष 1975 में देश में लगाये गये आपातकाल को भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का काला अध्याय करार देते हुए आज कहा कि वह दौर अभी भी लोगों की स्मृतियों में ताजा है। सिंह ने शुक्रवार को ट्वीट संदेश में कहा, ‘ भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में आपातकाल एक ‘काले अध्याय’ के रूप में जाना जाता है। देश की लोकतांत्रिक परम्पराओं पर कुठाराघात करने के लिए जिस तरह संविधान का दुरुपयोग हुआ उसे कभी भूला नहीं जा सकता। आज भी वह दौर हम सभी की स्मृतियों में ताजा है।
भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में आपातकाल एक ‘काले अध्याय’ के रूप में जाना जाता है। देश की लोकतांत्रिक परम्पराओं पर कुठाराघात करने के लिए जिस तरह संविधान का दुरुपयोग हुआ उसे कभी भूला नहीं जा सकता। आज भी वह दौर हम सभी की स्मृतियों में ताज़ा है।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 25, 2021
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘इस दौरान लोकतंत्र की रक्षा के लिए देश में आंदोलन भी हुए और लोगों ने न जाने कितनी यातनायें सहीं। उनके त्याग, साहस और संघर्ष को हम आज भी स्मरण करते हैं और प्रेरणा प्राप्त करते हैं। लोकतंत्र की रक्षा में जिन लोगों की भी भूमिका रही है, मैं उन सभी को नमन और अभिनंदन करता हूँ।
लोकतंत्र की हत्या हुई थी आज ही के दिन: शाह
एक परिवार के विरोध में उठने वाले स्वरों को कुचलने के लिए थोपा गया आपातकाल आजाद भारत के इतिहास का एक काला अध्याय है।
21 महीनों तक निर्दयी शासन की क्रूर यातनाएं सहते हुए देश के संविधान व लोकतंत्र की रक्षा के लिए निरंतर संघर्ष करने वाले सभी देशवासियों के त्याग व बलिदान को नमन।
— Amit Shah (@AmitShah) June 25, 2021
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आपातकाल के दौरान संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष करने वाले देशवासियों के त्याग और बलिदान को नमन किया है। शाह ने 25 जून 1975 को देश में आपातकाल लगाये जाने का उल्लेख करते हुए शुक्रवार को सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, ‘21 महीनों तक निर्दयी शासन की क्रूर यातनाएं सहते हुए देश के संविधान व लोकतंत्र की रक्षा के लिए निरंतर संघर्ष करने वाले सभी देशवासियों के त्याग व बलिदान को नमन।
1975 में आज ही के दिन कांग्रेस ने सत्ता के स्वार्थ व अंहकार में देश पर आपातकाल थोपकर विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की हत्या कर दी। असंख्य सत्याग्रहियों को रातों रात जेल की कालकोठरी में कैदकर प्रेस पर ताले जड़ दिए। नागरिकों के मौलिक अधिकार छीनकर संसद व न्यायालय को मूकदर्शक बना दिया। pic.twitter.com/SvFmEXKYcn
— Amit Shah (@AmitShah) June 25, 2021
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘1975 में आज ही के दिन कांग्रेस ने सत्ता के स्वार्थ व अंहकार में देश पर आपातकाल थोपकर विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की हत्या कर दी। असंख्य सत्याग्रहियों को रातों रात जेल की कालकोठरी में कैदकर प्रेस पर ताले जड़ दिए। नागरिकों के मौलिक अधिकार छीनकर संसद व न्यायालय को मूकदर्शक बना दिया। एक परिवार के विरोध में उठने वाले स्वरों को कुचलने के लिए थोपा गया आपातकाल आजाद भारत के इतिहास का एक काला अध्याय है।
आपातकाल लगाकर लोकतंत्र को कुचल दिया था कांग्रेस ने : पीएम
The #DarkDaysOfEmergency can never be forgotten. The period from 1975 to 1977 witnessed a systematic destruction of institutions.
Let us pledge to do everything possible to strengthen India’s democratic spirit, and live up to the values enshrined in our Constitution.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2021
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आपातकाल के दौरान भारतीय लोकतंत्र की रक्षा करने वाले देशवासियों को याद करते हुए आज कहा कि कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर भारतीय लोकतंत्र को कुचल दिया था। मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट संदेशों में कहा, ‘कांग्रेस ने हमारे लोकतंत्र को कुचल दिया था। हम उन सभी महान व्यक्तियों को याद करते हैं जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया और भारतीय लोकतंत्र की रक्षा की। आपातकाल के काले दिनों को कभी भी नहीं भुलाया जा सकता। वर्ष 1975 से 1977 की अवधि इस बात की गवाह है कि संस्थानों को किस तरह से ध्वस्त किया गया।
This is how Congress trampled over our democratic ethos. We remember all those greats who resisted the Emergency and protected Indian democracy. #DarkDaysOfEmergency https://t.co/PxQwYG5w1w
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2021
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘आइये हम भारत के लोकतंत्र की भावना को मजबूत बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने का संकल्प लें और हमारे संविधान में निहित मूल्यों को अपने जीवन में आत्मसात करें।
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