26 जून तक मौसम रहेगा परिवर्तनशील,धूल भरी हवाओं के साथ बूंदाबांदी के आसार
सच कहूँ/संदीप सिंहमार। हिसार। मॉनसून टर्फ उत्तर में उपर हिमालय की तरफ बढऩे के कारण मॉनसूनी हवाएं हरियाणा की तरफ नहीं बढ पा रही है। इसी वजह से दिल्ली, हरियाणा,पंजाब व राजस्थान में मानसून आने में देरी हो रही है। भारत मौसम विभाग व हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विभाग के अनुसार मानसूनी हवाओं की सक्रियता के लिए अनुकूल परिस्थितियां अगले चार-पांच दिनों के बाद ही बनने की सम्भावना है। पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव के कारण राजस्थान के ऊपर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन से हरियाणा में 26 जून तक मौसम परिवर्तनशील रहने व बीच-बीच में आंशिक बादल तथा धूल भरी हवाएँ चलने की संभावना है।
साइक्लोन सरकुलेशन की वजह से ही राजस्थान में तेज हवाओं के साथ हल्की बूंदाबांदी चल रही है। हकृवि के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभाध्यक्ष डॉ मदन लाल खीचड़ ने बताया कि राज्य में 24 जून रात्रि से 26 जून के बीच उत्तरी व दक्षिण-पाश्चिमी क्षेत्रों में कहीं-कहीं गरज चमक के साथ छिटपुट बूंदाबांदी या हल्की बारिश की संभावना है। 27 जून से मौसम खुश्क व गर्म रहने की संभावना व्यक्त की गई है। उन्होंने कहा कि मानसून की उत्तरी सीमा 19 जून को बाड़मेर, भीलवाड़ा, धौलपुर, अलीगढ़, मेरठ, अम्बाला, अमृतसर तक पहुंची थी, लेकिन इसके बाद आगे नहीं बढ़ पाई। पश्चिमी विक्षोभ के कारण उपरी सतह की अधिक ऊँचाई वाली पश्चिमी हवाओं के चलने से बंगाल की तरफ से नमी वाली पुरवाई मॉनसूनी हवाओं की सक्रियता कम हो गई। अब हरियाणा में मानसून जून माह के अंतिम दिनों में ही आने की संभावना है।
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