नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीरवार को स्पष्ट किया कि जम्मू कश्मीर में विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनाव कराये जाएंगे। प्रधानमंत्री ने यह जानकारी जम्मू कश्मीर के सियासी भविष्य के संबंध में वहां के राजनीतिक दलों के साथ विचार विमर्श के लिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में दी। करीब साढ़े तीन घंटे तक चली बैठक के बाद जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के अल्ताफ बुखारी ने संवाददाताओं से कहा कि बातचीत बहुत खुशनुमा माहौल में हुई। प्रधानमंत्री ने सभी नेताओं से हमारे मुद्दों को धैर्य से सुना। उन्होंने कहा कि परिसीमन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनाव शुरू होंगे। बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, नेशनल कांफ्रेन्स के नेता फारूख अब्दुल्ला तथा उमर फारूख और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता महबूबा मुफ्ती, भाजपा के चमनलाल और जम्मू कश्मीर के अन्य राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए।
जम्मू कश्मीर में राजनीतिक लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण इस बैठक में प्रधानमंत्री के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह, प्रधानमंत्री के प्रधान सलाहकार , राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केन्द्र शासित प्रदेश के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारियो ने हिस्सा लिया।
जम्मू कश्मीर का पांच अगस्त 2019 को राज्य का दर्जा समाप्त किये जाने तथा उसे दो केन्द्र शासित प्रदेशों में विभाजित किये जाने के बाद केन्द्र की ओर से वहां के राजनीतिक दलों के साथ बातचीत की पहली बार पेशकश की गयी है। उधर कश्मीरी पंडितों के संगठनों ने बैठक में उन्हें न बुलाये जाने का विरोध किया है। उनका कहना है कि वह एक महत्वपूर्ण पक्ष हैं और उनकी बात भी सुनी जानी चाहिए। वैसे तो आधिकारिक तौर पर इस बैठक का कोई एजेंडा तय नहीं किया गया था। इस बीच बैठक के मद्देनजर केन्द्र शासित प्रदेश में हाई अलर्ट जारी किया गया है और समूचे क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के साथ चौकसी बरती जा रही है।
बैठक अपडेट
- दोपहर 3 बजे शुरू होने वाली इस मीटिंग से पहले गृह मंत्री अमित शाह और पीएम मोदी के बीच मीटिंग हुई है।
- 5 अगस्त, 2019 को आर्टिकल 370 और 35अ हटाए जाने और राज्य के पुनर्गठन के बाद पीएम मोदी की राज्य के सभी दलों के नेताओं के साथ यह पहली मुलाकात हो रही है।
- इस मीटिंग का एजेंडा अभी स्पष्ट नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि राज्य में चुनाव प्रक्रिया शुरू करने और उससे पहले परिसीमन कराए जाने को लेकर इसमें बात हो सकती है।
J&K: Dogra Front stages protest against Peoples Democratic Party chief Mehbooba Mufti in Jammu
"This protest is against Mufti's statement which she gave after Gupkar meeting that Pakistan is a stakeholder in Kashmir issue. She should be put behind bars," says a protester pic.twitter.com/Mea8if43se
— ANI (@ANI) June 24, 2021
क्या जम्मू-कश्मीर में कुछ बड़ा होने वाला है?
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जम्मू कश्मीर के सभी राजनीतिक दलों के साथ आज यहां एक सर्वदलीय बैठक करेंगे। जम्मू कश्मीर का पांच अगस्त 2019 को राज्य का दर्जा समाप्त किए जाने तथा उसे दो केन्द्र शासित प्रदेशों में विभाजित किए जाने के बाद केन्द्र की ओर से वहां के राजनीतिक दलों के साथ बातचीत की पहली बार पेशकश की गई है। जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किये जाने तथा उससे संबंधित विशेष अनुच्छेद को निरस्त किए जाने का विरोध कर रहे गुपकार गठबंधन के नेताओं ने सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेने के प्रधानमंत्री के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है और उसका एक दल नेशनल कांफ्रेन्स के नेता फारूख अब्दुल्ला तथा पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती की अगुवाई में बैठक में शिरकत करेगा। कांग्रेस ने भी पुष्टि की है कि उसकी ओर से वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद बैठक में हिस्सा लेंगे। बैठक में आठ राजनीतिक दलों के 14 नेताओं के शामिल होने की संभावना है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल समेत अन्य नेता रहेंगे मौजूद
जम्मू कश्मीर में राजनीतिक लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, प्रधानमंत्री के प्रधान सलाहकार, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केन्द्र शासित प्रदेश के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी हिस्सा लेंगे।
केन्द्र शासित प्रदेश में हाई अलर्ट जारी
वैसे तो आधिकारिक तौर पर इस बैठक का कोई एजेंडा तय नहीं किया गया है लेकिन सूत्रों का कहना है कि इसमें केन्द्र शासित प्रदेश में राजनीतिक प्रक्रिया शुरू करने के उपायों पर विचार विमर्श किया जा सकता है। राज्यों में चुनावों की प्रक्रिया के बारे में भी चर्चा होने की संभावना है। उधर गुपकार गठबंधन के नेताओं ने कहा है कि वे इस बैठक में जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल किये जाने की मांग करेंगे। इस बीच बैठक के मद्देनजर केन्द्र शासित प्रदेश में हाई अलर्ट जारी किया गया है और समूचे क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के साथ चौकसी बरती जा रही है।
श्रीनगर में संदिग्ध बैग मिलने से दहशत
जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर के लासजन इलाके में गुरुवार को बाईपास के पास एक संदिग्ध बैग मिलने से दहशत फैल गई। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि वीरवार सुबह श्रीनगर के बाहरी इलाके में लासजन बाईपास के पास सुरक्षा बलों की रोड ओपनिंग पार्टी (आरओपी) को एक संदिग्ध बैग मिला। उन्होंने बताया कि बम निरोधक दस्ते (बीडीएस) को तुरंत बुलाया गया और बैग की सामग्री की जांच की जा रही है। सुरक्षा बलों ने किसी को भी संदिग्ध बैग के पास आने से रोकने के लिए इलाके को सील कर दिया है। इस बीच, श्रीनगर में मंगलवार शाम नौगाम इलाके में आतंकवादियों द्वारा एक पुलिस निरीक्षक की गोली मारकर हत्या किये जाने के बाद सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। नौगाम इलाका लासजन से ज्यादा दूर नहीं है।
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