चंडीगढ़ (एजेंसी)। फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर महान धावक मिल्खा सिंह अंतत: जिंदगी की दौड़ हार गये और कोरोना से एक माह की जंग लड़ने के बाद शुक्रवार की देर रात यहां पीजीआई में उनका निधन हो गया। वह 91 वर्ष के थे। उनके परिवार में तीन पुत्रियां डॉ मोना सिंह, अलीजा ग्रोवर और सोनिया सनवालका तथा पुत्र जीव मिल्खा हैं। उनकी पत्नी निर्मल कौर का पांच दिन पहले ही कोरोना संक्रमण से निधन हो गया था। मिल्खा सिंह के गत 19 मई को कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद उन्हें मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
परिवार के आग्रह पर मिल्खा सिंह को 30 मई को अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी और वह अपने घर पर ही थे। तीन जून को अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती कराया गया, जहां उनका अब तक उपचार चल रहा था। कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें पीजीआई के सामान्य आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया था। आज अचानक उन्हें बुखार आया और उनकी तबीयत बिगड़ गई तथा आॅक्सीजन का स्तर गिरकर 56 तक पहुंच गया था। पीजीआई में देर रात उन्होंने अंतिम सांसें ली।
पीएम मोदी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर महान धावक मिल्खा सिंह के निधन पर गहन शोक व्यक्त किया है। मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘मिल्खा सिंह जी के निधन से हमने एक महान खिलाड़ी खो दिया। अनगिनत भारतीयों के दिलों में मिल्खा सिंह की खास जगह है। उनके प्रेरक व्यक्तित्व ने उन्हें लाखों लोगों का प्रिय बना दिया। मैं उनके निधन से बहुत दुखी हूं।’ प्रधानमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि अभी कुछ दिन पहले ही मेरी मिल्खा सिंह जी से बातचीत हुई थी। मुझे नहीं मालूम था कि यह हमारी आखिरी बातचीत होगी। उनके परिवार और दुनिया भर में कई प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
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