हरिद्वार (एजेंसी)। भारतीय प्रोद्यौगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की के वैज्ञानिक ने एक खास तरह का हेलमेट तैयार किया है। जो विस्फोट प्रतिरोधी यह हेलमेट जवानों को पारंपरिक हेलमेट की तुलना में ज्यादा बेहतर सुरक्षा दे सकेगा। आईआईटी रुड़की के यांत्रिक और ओद्यौगिक इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर शैलेश गणपुले ने बताया कि यह पारंपरिक हेलमेट का ही उन्नत संस्करण है। उन्होंने बताया कि पारंपरिक हेलमेट आमतौर पर गोली से सुरक्षा के लिए डिजाइन किए जाते हैं।
विस्फोट प्रतिरोध से बचने के लिए उन्होंने हेलमेट की ऊपरी परत पर एक खास तरह का पैड लगाया है। यह पैड विस्फोट से उठने वाली तरंगों के लिए शॉकर का काम करेगा साथ ही चेहरे की सुरक्षा के लिए इस हेलमेट पर एक विशेष फेस शील्ड भी लगाई गई है। इसे ग्रेन्युलर दानेदार मैटीरियल से तैयार किया गया है। जिससे विस्फोट की तरंगों से इस फेस शील्ड को बेहद कम क्षति पहुंचती है जिसको डिजाइन तैयार करने मे तीन साल का समय लगा हैं और यह आविष्कार जवानों की सुरक्षा और आतंकवाद रोधी प्रयासों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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