नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। कांग्रेस की उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने आगरा के एक अस्पताल में कथित मॉकड्रिल के दौरान आॅक्सीजन हटाने से कोरोना मरीजों की मृत्यु की खबर के खुलासे पर हैरानी जताते हुए कहा है कि यह अत्यंत गंभीर मामला है और इसका सच सामने लाकर दोषियों को सख्त सजा देने की जरूरत है। श्रीमती वाड्रा ने बुधवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार और आगरा प्रशासन बार-बार आॅक्सीजन की कमी नहीं होने का हवाला दे रहा है और इसके बावजूद आॅक्सीजन की कमी की वजह से आगरा के एक निजी अस्पताल में कोरोना के 22 मरीजों के दम तोड़ने की खबर है।
उन्होंने कहा, “उप्र सरकार ने आॅक्सीजन की भारी कमी के बीच लगातार कहा कि ‘आॅक्सीजन की कमी नहीं है। प्रदेश भर में लोगों की तड़प-तड़प कर जान चली गई। आगरा में भी प्रशासन कह रहा है कि ‘आॅक्सीजन की कमी नहीं थी’। क्या उप्र सरकार आगरा मॉकड्रिल का सच सामने लाकर दोषियों को सजा देगी।”
क्या है पूरा मामला
ध्यान रहे कि आगरा स्थित पारस हॉस्पिटल में 26 अप्रैल को 96 मरीज भर्ती थे। अस्पताल में मरीजों की बढ़ती संख्या से डॉक्टर बेचैन थे। आॅक्सीजन की व्यवस्था नहीं होने पर डॉक्टर ने 26 अप्रैल की सुबह सात बजे पांच मिनट का आॅक्सिजन मॉकड्रिल कर दिया। ऐसे में गंभीर हालत वाले 22 मरीजों की मौत हो गई। अस्पताल के मालिक डॉक्टर आरिंजय जैन इस घटना का जिक्र कर रहे थे कि किसी ने वीडियो बना लिया जो अब वायरल हो गया है।
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