चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। हरियाणा सरकार ने राज्य के अस्पतालों में विश्व स्वास्थय संगठन(डब्ल्यूएचओ) के मानकों के अनुसार स्वास्थय सुविधाएं तैयार करने का निर्णय लिया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुये बताया कि इस फैसले के तहत डब्ल्यूएचओ के मानकों के अनुसार ही प्रत्येक जिले में जनसंख्या के आधार पर बेड, डॉक्टर और अन्य स्टाफ का प्रबंध किया जाएगा।
राज्य में 30 या अधिक बिस्तरों वाले अस्पतालों तथा मेडिकल कॉलेजों में मरीजों के लिये पीएसए आॅक्सीजन संयंत्र स्थापित किये जाएंगे तथा इन पर काम शुरू हो चुका है। अस्पतालों में राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप सभी बेड आॅक्सीजन, वेंटीलेटर एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं से युक्त होंगे। अस्पतालों में आईसीयू बेड की संख्या निर्धारित की जाएगी। इसके अलावा सभी चिकित्सकों के लिए रिफ्रैशर कोर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ तथा तकनीकी स्टॉफ को प्रशिक्षित किया जाएगा।
बल्ड बैंकों में बल्ड सेपरेटर मशीनें लगाई जाएंगी
स्वास्थ्य मंत्री ने ई-उपचार का विस्तार राज्य के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक करने के निर्देश दिये जिससे डिजिटल डैशबोर्ड माध्यम से राज्य के सभी अस्पतालों में उपचारात्मक गतिविधियों की जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि मरीजों के लिए राज्य के सभी अस्पतालों में कैटरिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी तथा उन्हें छायटिशियन की सलाह पर उनकी बीमारी के अनुकूल पौष्टिक खाना मुहैया कराया जाएगा। इसके लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हरियाणा के 2021- 22 के बजट में 15 प्रतिशत तक की व़ृद्धि की गई है। राज्य में केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई ई-संजीवनी उपचार की सुविधा 24 घंटे उपलब्ध कराई जाएगी। सौ से अधिक बिस्तरों वाले अस्पतालों में टेस्टिंग लैब अपग्रेड की जाएंगी जो एनएबीएल से प्रमाणित होंगी। अस्पतालों के बल्ड बैंकों में बल्ड सेपरेटर मशीनें लगाई जाएंगी ताकि मरीजों की जरूरतों को पूरा करेंगी।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।