नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के दैनिक मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। देश के अलग-अलग हिस्सों में अस्पतालों का बुरा हाल है। जहां पर ऑक्सीजन से लेकर बेड्स की भारी कमी के कारण मरीजों की जान जोखिम में है। हर रोज ऑक्सीजन की कमी से मरीज की मौत हो रही है। ऐसे हालात को देखते हुए डॉक्टर्स भी कोरोना संक्रमित मरीजों को घर पर ऑक्सीजन लेवल को मैनेज करने की सलाह दे रहे हैं। लेकिन कुछ सावधानियां बरतने को भी कह रहे हैं। अगर आप घर पर ऑक्सीजन दे रहें तो इस प्रकार बरतें सावधानियां।
ऐसे बरतें सावधानियां:-
- डॉक्टर्स के अनुसार, अगर आप घर पर ऑक्सीजन लेवल मैनेज कर रहे हैं तो आपको दोगुनी सावधानी बरतनी चाहिए।
- ऑक्सीजन होम थेरेपी के दौरान आपको अपने साथ होने वाले जोखिम और खतरों के बारे में पूरी तरह सचेत होना चाहिए।
- यदि आपने घर में ऑक्सीजन सिलेंडर लगा रखा है तो उस वक्त उसे प्रायोरिटी दी जानी चाहिए जब रक्त ऑक्सीजन का स्तर (एसपी02) रीडिंग 93% से कम हो गया हो। हमारा आइडल ऑक्सीजन लेवल 94-99% के बीच होना चाहिए लेकिन अगर इससे कम हो तब आपको ऑक्सीजन की जरूरत है।
- कभी भी ऑक्सीजन सैचुरेशन 100% न होने दें, इसे 92 और 94 तक ही सीमित रखें।
- कोविड-19 मरीजों को 88-92% के बीच ऑक्सीजन सैचुरन को एचीव करना सुनिश्चित करना चाहिए।
गुलेरिया के अनुसार, जिनका ऑक्सीजन सैचुरेशन 92 या 94 के बीच है उन्हें इससे ज्यादा ऑक्सीजन लेने की आवश्यकता नहीं है। इससे ज्यादा ऑक्सीजन लेने पर आपको कोई अधिक लाभ नहीं मिलेगा। यदि सैचुरेशन 95 से ऊपर है तब भी आपको ऑक्सीजन लेने की जरूरत नहीं है। वहीं यदि 94 से कम है, तो आपको ऑक्सीजन लेवल को मोनिटर करना जरूरी है लेकिन अभी भी ये जरूरी नहीं कि आपको ऑक्सीजन की आवश्यकता है क्योंकि एक हेल्दी पेशेंट के ब्लड में इस सिचुएशन में भी पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन होता है।
–रणदीप गुलेरिया, डायरेक्टर, एम्स दिल्ली
अस्पताल में कब जाने कि पड़ती है नौबत
ऑक्सीजन की होम थेरेपी में हर खतरे के साइन पर ध्यान देने और अगला स्टेप लेने के लिए तुरंत तैयार होना चाहिए। चूंकि कोविड जैसी बीमारी में चीजें जल्दी खराब हो सकती हैं लिहाजा हमें सही वक्त पर इलाज और मदद मांगकर किसी की लाइफ को बचाया जा सकता है। यहां खतरे के कुछ महत्वपूर्ण संकेत हैं, एक मरीज को ऑक्सीजन थेरेपी पर जल्द से जल्द मेडिकल इमरजेंसी की आवश्यकता हो सकती है। जैसे होंठ, चेहरा या जीभ का काला पड़ जाना, बेहोश होना या देर तक सोते रहना।
योग से भी ऑक्सीजन लेवल कर सकतें हैं ठीक
एक्सरसाइज के योग आसन (अनुलोम-विलोम, प्राणायाम) करने के लिए भी कहा जा रहा है। दिन के वक्त आप अपने कमरे के चारों ओर चक्कर लगाकर भी सांसों में सुधार कर सकते हैं।
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