शिकायत पर एसडीएम ने दिए थे जांच के आदेश
नारायणगढ़ (सच कहूँ/सुरजीत कुराली)। सरकारी राशन में मिलने वाला आटा बदबूदार व सुरसरी वाला होने की शिकायत एसडीएम को करने पर खाद्य आपूर्ति विभाग हरकत में आया। डिपो हौल्डर की जांच कर उपभेक्ताओ को गेंहू की सप्लाई शुरू करवाई गई। गौरतलब है कि वार्ड नंबर 6 जोगिया वाला मौहल्ला के प्रदीप कुमार, संजीव कुमार, राकेश कुमार, नरेश कुमार, आशीष कुमार, बलविन्द्र, जसविन्द्र, संजीव, कन्हैया सहित अन्य ने एसडीएम को शिकायत देकर आरोप लगाया था कि गरीब परिवार को वार्ड नंबर 6 के राशन डिपू से राशन कार्ड पर मिलने वाला आटा इस बार बदबूदार मिल रहा है, जोकि घटिया किस्म का आटा है। वह खाने के लायक नहीं है और रोटी भी काली बन रही है। इस आटे को खाने के बाद लोगों के बीमार पड़ने की नौबत आ गई है।
आटे की थैली नई है। उस पर मार्का हैफेड कम्पनी व 8 अप्रैल 2021 की मैन्यूफैक्चरिंग है और एक्सपायरी 6 जून 2021 है। इस आटे की जांच की जाये। सच कहूँ समाचार पत्र में इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। इस पर एसडीएम वैशाली शर्मा ने आटे के सैंपल के तौर पर थैली रखकर विभाग को जांच के आदेश दिए थे। एसडीएम वैशाली शर्मा के आदेश पर खाद्य आपूर्ति विभाग के हरकत में आने पर इंस्पैक्टर विनोद दुबे ने डिपो पर जाकर जांच की तो पता चला कि अबकी बार 31 क्विंटल के करीब आटे की थैलियां आई थीं। वह जो वार्ड वासियों में बांट दी थी, लेकिन इसकी शिकायत आने के बावजूद भी डिपो होल्डर आटा बांटता रहा।
इस बारे में इंस्पैक्टर विनोद कुमार ने कहा कि जो आटे की शिकायत आई थी कि आटे से बदबू आ रही है और खाने लायक नहीं था। इस पर हमने आटे को बन्द करवाकर इस डिपो से गेंहू उपभोक्ताओ को शुरू करवा दी है। शिकायतकर्ताओं के ब्यान दर्ज कर विभाग के अधिकारियों को रिपोर्ट बनाकर भेज दी जाएगी। आगे से हमारा यही प्रयास रहेगा कि इस तरह शिकायत नहीं आए। लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि नमी वाली गेंहू का आटा पिसने के चलते यह स्थिति आई है। लेकिन इसमें कही-न-कही तकनीकी खराबी भी कारण हो सकता है। फिलहाल हमने इस आटे को संैपल के तौर पर भेज दिया है।
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