सांसद अरविन्द शर्मा के पिता को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे थे मनोहर
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बाबा मस्तनाथ मठ स्थित हेलीपैड के नजदीक किसानों ने किया हंगामा
रोहतक (सच कहूँ/नवीन मलिक)। शनिवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के रोहतक आगमन पर पुलिस और किसानों के बीच झड़प में कई लोग घायल हो गए। इस दौरान एहतियातन पुलिस ने मिशन एकता समिति की प्रदेश अध्यक्ष कांता आलडिया व भारतीय किसान यूनियन अंबावता के प्रदेश अध्यक्ष के अनिल नांदल उर्फ बल्लू प्रधान सहित छह अन्य नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
जानकारी के अनुसार शनिवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भाजपा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा के पिता सतगुरू शर्मा की श्रद्धांजलि समारोह में शिरकत करने हेलीकॉप्टर से रोहतक पहुंचे। बाबा मस्तनाथ शिक्षण संस्थान में मुख्यमंत्री के लिए हेलीपैड बनाया गया था। जैसे ही किसानों को सीएम के आगमन की सूचना मिली तो 12 बजे के करीब बड़ी संख्या में किसान काले झंडे लेकर मुख्यमंत्री का विरोध करने बाबा मस्तनाथ मठ स्थित हेलीपैड के नजदीक जा पहुंचे। जहां पुलिस ने बेरिकेट्स लगाकर उन्हें रोकने का प्रयास किया तो आंदोलनकारी व पुलिस आमने-सामने हो गए।इस दौरान कई आंदोलनकारी व पुलिस कर्मी घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया। किसान इस बात पर अड़ गए कि वह सीएम का हेलीकॉपटर नहीं उतरने देंगे। स्थिति देख प्रशासन ने पुलिस लाइन में मुख्यमंत्री के हेलीकॉपटर की लैंडिंग करवाई। इसके बाद ही मुख्यमंत्री पुरानी आइटीआई मैदान में आयोजित भाजपा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा के पिता सतगुरू शर्मा की श्रद्धांजलि समारोह में शिरकत कर पाए। पूरा दिन शहर में तनाव की स्थिति रही और भारी पुलिस बल तैनात रहा।
पुलिस छावनी में तब्दील रहा शहर
सुरक्षा एजेंसियों ने पहले ही जिला प्रशासन को आगाह किया था कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में किसान व अन्य संगठन हंगामा कर सकते हैं। इसके चलते प्रशासन ने मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर करीब 1500 पुलिस कर्मियों की तैनाती की थी और पूरे शहर को एक तरह से पुलिस छावनी में तबदील किया गया। प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट रहा और मुख्यमंत्री के जाने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली।
कांता आलडिया सहित छह नेताओं को लिया हिरासत में
मुख्यमंत्री के आगमन पर व्यवधान से बचने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। मिशन एकता समिति की प्रदेश अध्यक्ष कांता आलडिया व भारतीय किसान यूनियन अंबावता के प्रदेश अध्यक्ष के अनिल नांदल उर्फ बल्लू प्रधान सहित छह अन्य नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। दरअसल कांता आलडिया ने दो दिन पहले ही औघड़ पीर मामले में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के बहिष्कार करने व काले झंडे दिखाने का ऐलान किया था। मुख्यमंत्री के जाने के बाद सभी नेताओं को रिहा किया गया। इस दौरान उनके आवास पर भी भारी पुलिस बल तैनात रहा।
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