प्रियंका गांधी ने उठाए सवाल
नई दिल्ली (एजेंसी)। असम के करीमगंज में लावारिस कार में ईवीएम मिलने के मामले में चुनाव आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारी से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। ईवीएम मिलने के बाद से राजनीतिक तनाव बढ़ गया है। दरअसल करीमगंज जिले के कनिसैल कस्बे में एक बोलेरो गाड़ी में रखी ईवीएम मिली है। गाड़ी में कोई नहीं था। शुरूआती जांच में पता चला है कि वो बोलेरो गाड़ी पाथरकांडी निर्वाचन क्षेत्र के भाजपा उम्मीदवार कृष्णेंदु पाल की है। जब जिला निर्वाचन अधिकारियों ने जब जनता की शिकायत पर पहुंचे तो गाड़ी में या आसपास काई कर्मचारी नहीं मिला। ना कोई दावेदार आया। सूत्रों के मुताबिक इस पर एक जगह भीड़ ने कार पर हमला कर दिया और तोड़फोड़ मचा दी।
Every time there is an election videos of private vehicles caught transporting EVM’s show up. Unsurprisingly they have the following things in common:
1. The vehicles usually belong to BJP candidates or their associates. ….
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 2, 2021
इस मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ ईवीएम ले जा रही कार पर हमला करने के आरोप में केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है। हालांकि रिपोर्ट के मुताबिक ईवीएम का सील नहीं टूटा है। इस मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सभी राजनीतिक दलों से ईवीएम के पुनर्मूल्यांकन की मांग की है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, हर बार चुनाव के दौरान ईवीएम को निजी वाहनों में ले जाते हुए पकड़े जाने पर कई चीजें एक होती हैं, पहला गाड़ी आम तौर पर भाजपा उम्मीदवारों या उनके सहयोगियों के हाते हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले में चुनाव आयोग ने ऐक्शन लिया है। चुनाव आयोग ने चार अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है।
अचानक कार खराब होने पर ली थी लिफ्ट, छिड़ गया विवाद
दरअसल करीमगंज जिले की रत्नारी विधानसभा सीट पर वोटिंग के बाद जब पोलिंग टीम ईवीएम लेकर जा रही थी तो कार खराब हो गई। पोलिंग टीम स्ट्रॉन्ग रूम की ओर जा रही थी। कार खराब होने पर टीम की ओर से चुनाव आयोग से दूसरी गाड़ी की मांग की गई। पोलिंग अफसरों की ओर से दूसरी गाड़ी की व्यवस्था की बात कही गई थी, लेकिन तब तक उन्होंने बीजेपी नेता से जुड़ी एक कार से लिफ्ट ले ली थी।
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