एक अप्रैल के मतदान को लेकर ममता, अमित शाह हुए आक्रामक
- ममता बनर्जी ने कहा-वह नंदीग्राम को मॉडल बनाएंगी
नंदीग्राम (एजेंसी)। पश्चिम बंगाल में एक अप्रैल को विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के होने वाले मतदान के लिए मेदिनीपुर में मंगलवार को माहौल काफी गर्म रहा और तृणमूल कांग्रेस तथा भारतीय जनता पार्टी ने मतदाताओं को अपने-अपने पक्ष में करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि नंदीग्राम उनका स्थान रहा है और वह इसे छोड़ कर कहीं नहीं जाएंगी। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य में 200 से अधिक सीटों का लक्ष्य तय करते हुए कहा, ‘अगर नंदीग्राम में शुभेन्दु अधिकारी ममता बनर्जी को हरा सकते हैं तो पूरे राज्य में असल परिवर्तन की शुरूआत हो सकती है।
बनर्जी इस समय पैर में चोट लगने के कारण व्हील चेयर पर ही हैं और उनका कहना है कि वह नंदीग्राम को मॉडल बनाएंगी तथा इस बार सत्ता में आने पर यहां मुख्यमंत्री कार्यालय की एक शाखा स्थापित करेंगी। उनका कहना है,‘मैं किसी और भी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ सकती थी लेकिन मैने नंदीग्राम को ही चुना है ताकि यहां की माताओं और बहनों के प्रति अपना सम्मान व्यक्त कर सकूँ। नंदीग्राम को नमन करने के लिए मैने सिँगूर के बजाय नंदीग्राम को चुना।
शुभेंदु के आने से पुराने भाजपा कैडर में नाराजगी
पूर्व मेदिनीपुर का इलाका शुभेंदु अधिकारी परिवार का गढ़ माना जाता है। यहां हर जगह भाजपा के बैनर-पोस्टर नजर आ रहे हैं। शुभेंदु अधिकारी, पिता शिशिर अधिकारी और उनके भाई दिव्एंदु अधिकारी यहां मोर्चा संभाले हुए हैं। पुर जोर मेहनत और जनसभाएं कर रहे हैं ताकि पार्टी को ज्यादा से ज्यादा सीटें हासिल हों। यहां सबसे बड़ा सवाल यह है कि अधिकारी परिवार की साख बचेगी या नहीं।
अमित शाह उ प्र में महिलाओं पर अत्याचार होने पर क्यों नहीं कुछ बोलते: ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि वह महिलाओं के खिलाफ हिंसा का समर्थन नहीं करती हैं और उन्हें शोभा मजूमदार की मौत के असल कारण की जानकारी नहीं है। सुश्री बनर्जी ने इसी के साथ आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह भारतीय जनता पार्टी शासित उत्तर प्रदेश में महिलाओं पर होने वाले अत्याचार को लेकर चुप्पी क्यों साधे रहते हैं। तृणमूल सुप्रीमो ने कहा, ‘भाजपा अब शोभा मजूमदार के निधन का राजनीतिकरण कर रही है।
अमित शाह ट्वीट करके कह रहे हैं कि बंगाल का क्या हाल है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में जब महिला पर अत्याचार किया गया, तब वह चुप क्यों रहे। उन्होंने कहा कि बंगाल में आदर्श आचार संहिता लागू है और कानून-व्यवस्था अब चुनाव आयोग के हाथों में है। तीन तृणमूल कांग्रेस कार्यकतार्ओं की पिछले कुछ दिनों में हत्या कर दी गयी।
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