धूं-धूं कर जल गई सात बसें

Buses Burnt

दमोह (एजेंसी)। बस स्टैंड में आग लगने से सात बसें जलकर खाक हो गई। घटना की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी भी जी-जान की कोशिश के बावजूद इन बसों को जलने से नहीं बचा पाए। हालांकि अन्य बसों को वहां से हटा लिया गया, वरना नुक्सान और ज्यादा हो सकता था। पुलिस सूत्रों के अनुसार बुधवार रात को मध्यप्रदेश के दमोह जिला मुख्यालय स्थित बस स्टैंड पर अचानक एक बस में आग लग गई। इस बात की जानकारी दुकानदार ने पुलिस को दी। दुकानदार द्वारा दी गई सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची।

पुलिस ने तुरंत दमकल विभाग को सूचित किया और अपने स्तर पर आग बुझाने के प्रयास शुरू किए। लेकिन, इस दौरान आग की भीषण लपटों के चलते नजदीक जाना तक दुभर था। देखते ही देखते आग ने रफ्तार पकड़ी और 7 बसें जलकर खाक हो गर्इं। आसपास की अन्य बसों को तत्काल ही वहां से हटाया गया। नगर पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी का कहना है कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।

कैसे बुझाएं भीषण आग

यों तो देशभर में कहीं न कहीं से भयानक आग लगने की खबरें आती रहती हैं, लेकिन गरमी के मौसम में आग लगने के हादसों की तादाद बढ़ जाती है। ऐसे में आपको ये पता होना जरूरी है कि आग किस वजह से लगी है। अगर आपको ये पता होगा तो आप आसानी से उस आग पर काबू पा सकते हैं। अर्थात् उसे बुझाने में आपको मुश्किलें कम आएंगी। तो आइए जानते हैं आग लगने पर किस तरह की आग पर कैसे काबू पाया जाए।

चार प्रकार की होती है आग-
  • पहला जनरल फायर कोयला, कपड़ा और कागज की आग इस श्रेणी में आती है। इसे पानी और सीओ-2 एक्सटीगाइजर (अग्निशामक) से बुझाते हैं।
  • दूसरा तेल की आग डीजल, पेट्रोल की आग इस श्रेणी में आते हैं। इसे डीसीपी एक्सटीगाइजर एवं फोम एक्सटीगाइजर से बुझाते हैं।
  • रासायनिक एवं बिजली आग शॉर्ट सर्किट और बिजली से लगी आग इस श्रेणी में आते हैं। इसे डीसीपी एवं सीओ-2 एक्सटीगाइजर से बुझाते हैं।
  • धातु आग किसी भी धातु में लगी आग इस श्रेणी में आते हैं। इसे डीसीपी सीओ-2 एक्सटीगाइजर से बुझाते हैं।

इन बातों का भी रखें ध्यान-

  • यदि धुआं है तो अपना सिर नीचे रखें
  • यदि कोई भी सुरक्षा उपाय नहीं है तो अपना रूमाल पानी में भिगोएं और उसे अपनी नाक पर रख लें। यह कार्बन कणों को कुछ दूर करेगा, आप अच्छी तरह सांस ले सकेंगे।
  • यदि कमरे में आग लग गई है और दरवाजा बंद है तो तुरंत दरवाजा न खोलें।
  • पहले हाथ से दरवाजा छुएं कि कितना गरम है। यदि ज्यादा गरम नहीं है तो घुटनों पर झुक जाएं ताकि जब आप दरवाजा खोलें तो लपटों या धुएं से नुकसान कम से कम हो।
  • धुआं या लपटें दिखें तो फौरन दरवाजा बंद कर दें। आपातकालीन सेवा से संपर्क करें और जगह को खाली कर दें।
  • आग लगने पर तुरंत बाहर चले जाएं।
  • यदि बाहर नहीं जा सकते और कमरा धुएं से भर गया है, तो ताजी हवा के लिए तुरंत खिड़कियां खोल दें।
  • जितना धुआं आप की साँसों के साथ शरीर के अंदर जाएगा, उतनी ही मुश्किलें बढ़ जाएंगी।
  • धुएं से अगर कोई बेहोश हो जाए तो यथाशीघ्र उसे हवादार जगह पर शिफ्ट कर दें।
  • हर व्यक्ति को बेसिक लाइफ सपोर्ट की ट्रेनिंग लेनी चाहिए। क्योंकि इससे आप विषम परिस्थितियों में भी लोगों की जान बचा सकते हैं।
  • आग लगने पर लिफ्ट का प्रयोग न करें बल्कि सीढ़ियों से उतरने में ही सुरक्षा है।
  • यदि कोई व्यक्ति आग से झुलस गया हो तो उसे जमीन पर न लिटाएं। उसे कंबल या किसी भारी कपड़े में लपेटने की कोशिश करें।

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