अनियमित जीवनशैली और खराब खान-पान के चलते अक्सर तेजाब की समस्या से जूझना पड़ता है। आजकल इस समस्या से लगभग हर दूसरा व्यक्ति पीड़ित है। एसिडिटी होने पर शरीर की पाचन- क्रिया ठीक नहीं रहती। इसमें छाती और पेट में जलन होती है। साथ ही गले में जलन और अपच भी इसके ही लक्षण हैं। कई बार ग्रसित व्यक्ति को घबराहट भी होने लगती है और खट्टी डकार आती है। ऐसा मुख्यत: खान-पान में अनियमितता के कारण होता है। इससे बचने के लिए रात को सोने से तीन घंटे पहले भोजन कर लेना चाहिए।
- तेजाब बनने पर इस क्रिया को करने से हजारों लोगों को फायदा हुआ है। सुबह खाली पेट 2-3 गिलास सामान्य पानी पियें और बाद में गले में अंगुली मारकर पानी बाहर निकाल दें। इस क्रिया को वमन क्रिया कहते हैं। इससे पानी के साथ-साथ तेजाब भी बाहर आ जाएगा। कुछ दिन लगातार ऐसा करने से हो सकता है कि तेजाब बनना बिल्कुल बंद हो जाए।
- तेजाब की समस्या से निजात पाने के लिए एक कप पानी उबालें, इसमें एक चम्मच सौंफ मिलाकर रात-भर ढककर रख दें। सुबह पानी को छानकर इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर भोजन के बाद इस मिश्रण को पी लें।
- भोजन करने के बाद गुड़ का सेवन करने से तेजाब की समस्या नहीं होती है।
- त्रिफला चूर्ण दूध या गुनगुने पानी से लेने से तेजाब में काफी आराम मिलता है।
- कच्ची सौंफ चबाने से भीफायदा होता है।
- सौंफ , आंवला व गुलाब के फूलों को बराबर हिस्से में लेकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को आधा-आधा चम्मच सुबह-शाम लेने से भी तेजाब की समस्या में लाभ होता है।
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