जयपुर (सच कहूँ न्यूज)। राजस्थान में कांग्रेस ने नये केन्द्रीय कृषि कानूनों के विरोध में आज राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में पैदल मार्च किया। जयपुर में पैदल मार्च में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, सरकारी मुख्य सचेतक डा महेश जोशी, विधायक अमीन कागजी एवं रफीक खान सहित कई कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकतार्ओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान खाचरियावास पैदल मार्च की अगुवाई कर रहे थे वहीं डॉ. जोशी ऊंट, रफीक खान एवं कागजी हाथी पर सवार होकर इसमें भाग लिया। कांग्रेस के अन्य कई नेता ट्रैक्टरों पर सवार हुए जबकि शेष ने पैदल चलकर इसमें शामिल हुए। पैदल मार्च चांदपोल बाजार से छोटी चौपड़, त्रिपोलिया गेट, बड़ी चौपड़, रामगंज चौपड़, सूरजपोल अनाज मंडी होकर गलता गेट पहुंचा।
इस अवसर पर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता डा गिरिजा व्यास ने मीडिया से कहा कि इन कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसानों के आंदोलन को करीब नब्बे दिन हो गये है और इस दौरान कई किसानों की मौत हो गई लेकिन किसान अपनी मांग को लेकर डटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि आंदोलन का असर हाल में पंजाब में हुए चुनाव में देखने को मिला हैं जहां भाजपा बुरी तरह पराजित हुई हैं। यह तो शहरी क्षेत्र में चुनाव था, अगर गांव में चुनाव होता उसे एक भी वोट नहीं मिलता। डा व्यास ने कहा कि जहां पेट्रोल एवं डीजल के दाम बढ़ने से लोग त्रस्त हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी और वह इस दुख की घड़ी में जनता एवं किसानों की साथ हैं। उन्होंने कहा कि देश को आजादी दिलाने वाली कांग्रेस को ऐसे लोगों से आजादी दिलाने में बहुत कम समय लगेगा। उन्होंने विपक्ष को एकजुट बताते हुए कहा कि केन्द्र सरकार को इन कृषि कानूनों को वापस ले लेना चाहिए।
इस मौके खाचरियावास ने कहा कि किसान आंदोलन में दौ से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी है। उच्चतम न्यायालय ने कृषि कानूनों पर रोक लगा दी है, इसके बावजूद भाजपा की मोदी सरकार देश के किसानों पर ये कानून थोपना चाहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पैदल मार्च का उद्देश्य इन कानूनों का विरोध करना है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार का जाना तय हैं, इसलिए वह मनमानी करने पर उतारु हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने तय कर लिया हैं कि किसी भी कीमत पर केन्द्र सरकार के जुल्म स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार लगातार किसान, मजदूर, जवान और जनता की आवाज को दबाने में लगी है। प्रदेश कांग्रेस के आह्वान पर इसी तरह जोधपुर जिला मुख्यालय तथा अन्य जगहों पर भी प्रदेश कांग्रेस के नेताओं एवं कार्यकतार्ओं ने केन्द्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ पैदल मार्च किया।
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