उन्नाव (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश में उन्नाव के असोहा में पिछले बुधवार को अपने खेत में मृत पाई गई रिश्ते में बुआ-भतीजी का अंतिम संस्कार शुक्रवार को खेत में कर दिया गया। संस्कार के वक्त परिवार के सदस्य, गांव वाले और बड़ी संख्या में पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। उन्नाव के असोहा में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बुआ-भतीजी का अंतिम संस्कार उस जगह से कुछ दूर खेत में किया गया, जहां उनके शव मिले थे। गांव और आसपास के क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। पुलिस आयुक्त रंजन कुमार, पुलिस महानिरीक्षक लक्ष्मी सिंह, जिलाधिकारी रवींद्र कुमार, पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी भी उस जगह पर मौजूद रहे, जहां दोनों का अंतिम संस्कार हुआ। राजनीतिक दलों के प्रदर्शन और हंगामे की संभावना को देखते हुए गांव के आने-जाने वाले सभी रास्तों पर पुलिस बल तैनात है।
असोहा इदलाके के बबुरहा गांव में दोनों किशोरियों की मौत जहर से हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। विसरा सुरक्षित कर फोरेंसिक लैब में जहर की जांच कराई जाएगी। मृतक किशोरियों के शरीर पर एक भी चोट के निशान नहीं मिले हैं। हाथ-पैर बांधे जाने के साक्ष्य न तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आए हैं और न ही पुलिस की जांच में। काजल, उसकी चचेरी बहन रोशनी और भतीजी कोमल बुधवार को चारा लेने गई थीं। शाम तक जब नहीं लौटीं तो घर वालों ने खोज शुरू की। उन्हें अपने खेत में बेहोशी की हालत में पाया गया। बाद में काजल और कोमल की मौत हो गई। रोशनी का इलाज अस्पताल में सरकारी खर्च पर चल रहा है। काजल के पिता ने अज्ञात के खिलाफ जहर देकर मारने का मुकदमा दर्ज कराया है।
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