शिमला (एजेंसी)। उत्तराखंड के चमोली जिले में गत दिनों ग्लेशियर टूटने के बाद जल प्रलय में हिमाचल प्रदेश के आठ और युवकों के लापता होने का सूचना प्राप्त हुई है। इससे पूर्व तीन युवकों के लापता होने की बात सामने आई थी। लापता युवकों में रामपुर की किन्नू पंचायत के पांच, शिंगला के दो और कांगड़ा जिले के पालमपुर का एक युवक शामिल है। अभी तक इनका कोई सुराग नहीं लगा है। इनके परिजन चमोली रवाना हो गए है। युवकों की पहचान किन्नू के रुनपू गांव के कैलाश चंद, आशीष, बागवट के दीवान चंद, देवेंद्र और अमित जबकि शिंगला के पवन कुमार और राकेश कुमार, पालमपुर के राकेश कपूर हैं।
जल प्रलय के समय किन्नू पंचायत के युवक परियोजना में मरम्मत कार्य करने के लिए गए हुए थे
विद्युत परियोजना की निमार्णाधीन सुरंग में फंसे सिरमौर जिले के माजरा गांव के जीत सिंह ठाकुर का भी अभी कोई सुराग नहीं लगा है। शिंगला पंचायत के पवन और राकेश परियोजना में काम करते हैं। बताया जाता है कि जल प्रलय के समय किन्नू पंचायत के युवक परियोजना में मरम्मत कार्य करने के लिए गए हुए थे। अभी तक इनका कोई सुराग नहीं लग पाया है। इनके परिजन किसी सुखद समाचार की उम्मीद हुये हैं।
रुनपु गांव के शिक्षक देवराज ने बताया कि कैलाश चंद कई वर्षों से इस परियोजना में कार्यरत थे। उन्होंने बेरोजगार युवाओं को अपने साथ परियोजना में काम दिलाया और सभी साथ ही रहते थे। उन्होंने बताया कि लापता युवक आशीष करीब दो माह पूर्व ही काम पर गया था। रविवार को सुबह उसने परिजनों से बातचीत की थी। लेकिन जलप्रलय आने के बाद किसी से भी सम्पर्क नहीं हो पाया है। राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के अनुसार उन्होंने युवकों के परिजनों के ठहरने और खाने पीने की व्यवस्था के लिये उत्तराखंड सरकार से बात की है। प्रदेश सरकार इन लोगों के प्रति चिंतित है।
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