अनदेखी। 4 माह से वेतन न मिलने पर काम छोड़कर धरने पर बैठे कर्मचारी (Outsourcing worker Protest)
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लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में भटकते रहे मरीज
सच कहूँ/देवीलाल बारना कुरुक्षेत्र। कोरोना कॉल में सेवाएं देने वाले लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल के आऊटसोर्सिंग कर्मी पिछले चार माह से अपने वेतन के लिए अधिकारियों के चक्कर काट-काटकर थक चुके हैं। ऐसे में आऊटसोर्सिंग कर्मी अपने परिवार का खर्च कैसे चलाएं, उन्हें यह चिंता सताए जा रही है। आखिर में तंग आकर कर्मियों को हड़ताल कर धरने का तरीका अपनाना पड़ा। सोमवार को एलएनजेपी अस्तपाल के आऊटसोर्सिंग कर्मी काम-काज छोड़कर धरने पर बैठ गए। उन्होने अस्पताल प्रशासन से गुहार लगाई है कि उन्हे जल्द से जल्द उनका वेतन दिया जाए ताकि वे अपने परिवार का पालन पोषण ठीक से कर सकें।
बता दें कि आऊटसोर्सिंग कर्मियों को अक्तूबर, नवंबर, दिसंबर व जनवरी का वेतन नही मिला है। सूत्रों से पता चला है कि आऊटसोर्सिंग कर्मियों को वेतन न मिलने के पीछे मेडिकल सुप्रीडेंट की लापरवाही सामने आ रही है। वेतन न मिलने का मुख्य कारण हाजरी का वैरिफाई न होना है। ऐसे में कुछ दिन पहले तक आऊटसोर्सिंग कर्मियों के नोड़ल अधिकारी के रूप में एलएनजेपी अस्पताल के मेडिकल सुप्रीडेंट ही कार्य कर रहे थे। इतने दिन हाजरी का वैरिफाई न होना बडी लापरवाही की ओर इशारा कर रहा है। सोमवार को ब्लड़ बैंक के सामने सभी आऊटसोर्सिंग कर्मी धरने पर बैठ गए। हालांकि अस्पताल प्रशासन ने कर्मियों से बात करने की कोशिश की और जल्द वेतन देने का वायदा भी किया लेकिन कर्मी पिछले चार माह का वेतन तुरंत देने की बात पर अडेÞ रहे।
एक सप्ताह पहले ही मिला चार्ज: डॉ. कोठारी
आऊटसोर्सिंग के नोडल अधिकारी डॉ. संदीप कोठारी से जब इस बारे में उनके मोबाईल पर बातचीत की गई तो उन्होने कहा कि उन्हें एक सप्ताह पहले ही आऊटसोर्सिंग का चार्ज मिला है, इससे पहले अस्पताल में मेडिकल सुप्रीडेंट डॉ. शैलेंद्र शैली ही इंजार्च थे। पिछले चार माह की आऊटसोर्सिंग कर्मियों की हाजरी वैरिफाई नही है ऐसे में अब वे इस कार्य को करने में लगे हैं। एक दो दिनों में हाजरी को वैरिफाई कर कर्मियों की तनख्वाह भेज दी जाएगी। वहीं इस बारे में जब एलएनजेपी के मेडिकल सुप्रीडेंट डा. शैलेंद्र शैली से जब उनके मोबाईल पर बात करनी चाहिए तो दो बारे फोन करने पर भी उन्होने मोबाईन रिसीव नही किया।
एक-दो दिन में निपटा दिया जाएगा मामला: सीएमओ
जिला सिवल सर्जन डॉ. सुखबीर सिंह से जब इस बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि इतने दिन से वेतन न मिलने का कारण हाजरी का वैरिफाई न होना है। उन्होने कहा कि एक-दो दिन में ही सेलरी कर्मियों के खाते में भेज दी जाएगी व मामले को निपटा दिया जाएगा।