चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा है कि लाल किले पर निशान साहिब लहराते समय कैमरे में कैद हुये चेहरे कांग्रेस के नहीं भाजपा तथा आम आदमी पार्टी के वर्करों तथा समर्थकों के हैं। उन्होंने शुक्रवार को एक बयान में लाल किले की हिंसक घटना की जिम्मेदारी किसी अन्य पर डालने के लिए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर को आड़े हाथों लेते हुये कहा कि भाजपा तथा आप समर्थकों और कार्यकतार्ओं की मिलीभगत से यह हुआ । कांग्रेस तो समूचे घटनाक्रम में कहीं भी नहीं थी।
कैप्टन सिंह ने यह टिप्पणी उस समय की जब दिल्ली पुलिस ने भाजपा सांसद सनी देओल के नजदीकी दीप सिद्धू को हिंसा के लिए भडकाने वालों में से एक के तौर पर पहचाना गया है और आप का सदस्य अमरीक मिक्की भी हिंसा वाली जगह पर उपस्थित था। उन्होंने कहा कि लाल किले पर कांग्रेस का एक भी नेता या वर्कर नहीं देखा गया। 26 जनवरी को घटी इस घटना के लिए किसान भी जिम्मेदार नहीं हैं । समाज विरोधी तत्वों ने इस घटना को अंजाम दिया जिन्होंने ट्रैक्टर रैली में घुसपैठ कर ली थी।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस सारी घटना की निष्पक्ष जाँच करनी चाहिए ताकि इसमें किसी भी राजनीतिक पार्टी या किसी देश की संभावित भूमिका का पता लगाया जा सके। गुनाहगारों को सजा मिले और असली किसानों को बेवजह परेशान या बदनाम न किया जाए। राहुल गांधी पर हिंसा के लिए उकसाने के आरोपों को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि ये भाजपा और आप के लोग थे जिन्होंने यह सब कुछ किया। गांधी ने हिंसा की निंदा करते हुये स्पष्ट किया था कि हिंसा किसी भी समस्या का हल नहीं है।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।