माॅस्को। भारत में रूस की कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक-5 के तीसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण पूरे होने के बाद उसके इस्तेमाल की मंजूरी मिल सकती है। रूस में भारत के राजदूत वेंकटेश वर्मा ने सोमवार को समाचार एजेंसी स्पूतनिक को यह जानकारी दी। वर्मा के मुताबिक कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के दौर में भारत और रूस के बीच स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग उच्च स्तर पर पहुंच गया है। कोरोना वैक्सीन को लेकर भारतीय कंपनियों और रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) के बीच लगातार जानकारी साझा की जाती है।
भारतीय राजदूत ने कहा कि रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक-5 के पहले और दूसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे किए जा चुके हैं और तीसरे चरण के परीक्षण जारी हैं। आगामी कुछ सप्ताहों में अंतिम चरण के क्लीनिकल परीक्षण पूरे होने के बाद अगले कुछ सप्ताहों में वैक्सीन को जल्द से जल्द मंजूरी मिल जायेगी। वर्मा ने बताया कि भारत में रूसी कोरोना वैक्सीन के उत्पादन को लेकर भारतीय कंपनियों और आरडीआईएफ के बीच परस्पर सहयोग जारी है।
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