15 मार्च को अचानक मोडिया खेड़ा (सरसा) से लापता हो गया था गोपीराम
-
परिजन बोले-फरिश्ते हैं डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी
सरसा (सच कहूँ न्यूज)। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी इन्सानियत की नित नई मिसाल पेश कर रहे हैं। इसी क्रम में ब्लॉक बराड़ा-अधोया के सेवादार भाई-बहनों ने घर से लापता हुए दिमागी रूप से परेशान व्यक्ति को परिजनों से मिलाकर उनके जीवन में खुशियां लौटाई।
जानकारी के अनुसार गोपीराम सरसा जिले के गांव मोडिया खेड़ा में मिस्त्री का कार्य करता था। एक दिन 15 मार्च को वह दिमागी परेशानी की हालत में घर से अचानक लापता हो गया। इसके पश्चात परिवार वालों ने रिश्तेदारियों और जान-पहचान वालों सहित कई स्थानों पर ढूंढा, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। गोपीराम के परिजन थक हारकर उसके मिलने की उम्मीद छोड़ चुके थे।
डॉक्टर ने गोपीराम की मानसिक हालत को देखते हुए उसे उचित दवाई दी
गत दिनों अंबाला जिले के ब्लॉक बराड़ा-अधोया के सेवादार ओमवेद इन्सां को गोपी राम इन्सां लावारिस हालत में मिला। इसके पश्चात उन्होंने इस बारे में स्थानीय साध-संगत को सूचित किया। साध-संगत व शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के सेवादारों ने सर्वप्रथम गोपीराम को खाना खिलाया और उसके वस्त्र आदि बदलकर उसे डॉक्टर के पास ले गए। डॉक्टर ने गोपीराम की मानसिक हालत को देखते हुए उसे उचित दवाई दी। वहीं साध-संगत ने गोपीराम के पास मिले कागजात के आधार पर उसके परिजनों से संपर्क साधा। इस पर गोपीराम के चाचा सुभाष ने उसके बारे में पूरी जानकारी दी।
- इसके पश्चात बराड़ा-अधोया की साध-संगत गोपीराम को शाह सतनाम जी धाम, सरसा में ले आई।
- यहां गोपीराम को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
- 10 महीने बाद अपने परिजनों से मिलकर गोपीराम की खुशी का ठिकाना न रहा।
- वहीं गोपीराम को देखकर उसके परिजनों की आँखें खुशी से डबडबा आई।
इस पर मानवीय सेवा के लिए गोपीराम के परिजनों सुभाष, बलबीर सिंह ने डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों का तहेदिल से धन्यवाद करते हुए कहा कि वास्तव में ये लोग फरिश्ते हैं, जो नि:स्वार्थ भाव से समाज की सेवा कर रहे हैं। इस सेवा कार्य में शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग की सेवादार बहन महेन्द्रों इन्सां, कविता इन्सां, ऋतु इन्सां व सरिता इन्सां सहित साध-संगत ने अहम् भूमिका निभाई। डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालुओं ने इसका श्रेय पूज्य गुरु जी को दिया, जिन्होंने उनके अंदर ऐसी नेक भावना भरी है।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।