जल्द हल ने हुआ तो ताले लगाकर चाबियां मुख्य मंत्री को सौंपने को होंगे मजबूर : होटल व्यापारी
लुधियाना(सच कहूँँ/रघबीर सिंह)। पंजाब सरकार की ओर से कोविड -19 के मद्देनजर रात के कर्फ़्यू का समय एक जनवरी 2020 तक बढ़ाने के फैसले के साथ होटल एंड रैस्टोरैंट उद्योग पर संकट छा गया है। पंजाब सरकार के इस आदेश का होटल और रैस्टोरैंट एसो. आॅफ पंजाब ने भारी विरोध किया। होटल व्यापारियों ने इसको जल्द से जल्द रद्द करने की मांग की है। पंजाब होटल और रैस्टोरैंट एसो. पंजाब के प्रधान अमरवीर सिंह ने सरकार की ओर से मैरिज व अन्य फं क्शनों की इन्डोर गैदरिंग 100 और आउटडोर गैदरिंग 250 करने पर आपति जताई है। एसोसिएशन का कहना है कि पंजाब के साथ-साथ चंडीगढ़, हरियाणा और दिल्ली में ऐसी कोई पाबंदी नहीं है।
एसो. ने अफसोस प्रकट करते हुए कहा कि होटल उद्योग का व्यापार पिछले साल की अपेक्षा सिर्फ 30 फीसद रह गया है। अब पंजाब सरकार के इस फैसले से यह उद्योग पूरी तरह तबाह हो जाएगा। एसोसिएशन ने यह भी संदेह जताया कि नये साल को देखते हुए पंजाब के लोग अन्य राज्यों की तरफ जाने के लिए मजबूर हो जाएंगे, जिस के साथ पंजाब की होटल एंड रैस्टोरैंट इंडस्ट्री को ज्यादा नुक्सान झेलना पड़ेगा।
एसोसिएशन ने मीटिंग में यह भी फैसला लिया कि अगर पंजाब सरकार अपने इस फैसले को वापिस नहीं लेती तो एसोसिएशन होटलों, रैस्टोरेंटें और रिजॉर्ट को स्थायी तौर पर ताले लगाकर इसकी चाबियां मुख्यमंत्री को सौंपने के लिए मजबूर हो जाएंगे। एसोसिएशन ने यह भी सवाल उठाया कि क्या कोरोना राजनीतिक पार्टियों की ओर से की जा रही रैलियों और प्रदर्शन में लोगों की भीड़ इकट्ठी करने की पूरी रियायत देता है। सरकार के ऐसे फैसलों के साथ होटल उद्योग पूरी तरह ठप्प हो जाएगा।