टोल प्लाजा से नि:शुल्क दौड़े वाहन

Farmers Protest

अन्नदाता का आक्रोश : कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर सड़कों पर धरना

  • किसान अब आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार : रघुबीर दनोदा

सच कहूँ/बिन्टू श्योराण नरवाना। किसान नेताओं द्वारा 12 दिसंबर को टोल प्लाजा फ्री करने के फैसले को लेकर नरवाना क्षेत्र के किसानों ने बदोवाल टोल प्लाजा को खुला रखकर फ्री कर दिया। शनिवार सुबह टोल प्लाजा के कर्मचारियों द्वारा टोल वसूला गया, लेकिन ज्यों ही किसान टोल पर पहुंचे तो वाहनों को फ्री निकालना शुरू कर दिया गया। किसी प्रकार की अनहोनी न हो इसके लिए पुलिस प्रशासन ने पुख्ता बंदोबस्त किए हुए थे। भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। इस दौरान किसान नेताओं ने भी अपने विचार रखे।

किसानों ने धरना देकर की सरकार के खिलाफ नारेबाजी

भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के महासचिव जियालाल ने कहा कि भारत सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून किसान विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि अब देश का किसान जाग चुका है और अडानी व अंबानी के विरोध में जिओ सिम व रिलायंस पंपों का भी बहिष्कार कर रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार तीनों कानूनों को रद्द नहीं करती, तब तक भारत का किसान सरकार से बात नहीं करेगा। रघबीर नैन दनोदा ने कहा कि किसान आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार है। युवा किसान सुनील बदोवाल व विशाल मिर्धा ने कहा कि कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए चाहे कितनी बड़ी कुर्बानी क्यों न देनी पड़े, सभी तैयार हैं। इस मौके पर बिनैन खाप प्रवक्ता रघुबीर सिंह, बलवान सिंह, अजीत सिंह, बलबीर सिंह, होशियार सिंह, पुरुषोत्तम सरपंच, सतवीर गुलाटी, मनोज कलौदा, रामदिया धनोरी, सुरजीत सिंह, राजू प्रजापत सहित किसान मौजूद रहे।

सरकार हठधर्मिता छोड़कर अन्नदाता की सुने : अंकुश धरौदी

छात्र इकाई युवा नेता अंकुश जागलान धरोदी ने कहा कि देश व प्रदेश सरकार अपनी तानाशाही व हठधर्मिता को छोड़कर देश के अन्नदाता की आवाज सुने। देश का अन्नदाता ठिठुरा देने वाली ठंड में अपने हकों की लड़ाई के लिए दिल्ली बोर्डर पर बैठा है। लेकिन सरकार के कानों में अभी तक जूं तक नहीं रेंगी। अब तक हुई पाँच चरणों की मीटिंगों में आश्वासनों के अलावा किसानों को अब तक कुछ भी हासिल नहीं हुआ है।

जिससे किसानों के साथ-साथ देश के प्रत्येक नागरिक सरकार के प्रति रोष बढ़ रहा है। अब वह दिन दूर नहीं, जब देश व प्रदेश की जनता किसानों के साथ हो रहे अत्याचारों का बदला वोट की चोट से लेकर मोदी सरकार को उखाड़ फैंकने का काम करेगी। धरौदी ने कहा कि प्रदेश के उपमुख्यमंत्री जिस तरह से किसानों को बरगलाकर उनके वोट हासिल करके सत्ता का सुख भोग रहे हैं। अब वहीं किसान ठिठुरती ठंड में खुले आसमान के नीचे बैठने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि दुष्यंत चौटाला तुंरत भाजपा का साथ छोड़कर किसानों के साथ खड़े हों।

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