बाइबिल ईसाई धर्म की एक पवित्र पुस्तक है। प्रतिवर्ष 100 मिलियन से अधिक बाइबिल धर्म ग्रंथ कृति बिकती हैं। यह पुस्तक मानव इतिहास में सबसे अधिक बिकने वाली पुस्तक भी है। अब तक करीब 5 बिलियन बाइबिल कॉपी बेचीं जा चुकी हैं। तकरीबन 10 में से 8 अमेरिकी निवासी बाइबिल को ईश्वर प्रेरित मानते है। संपूर्ण बाइबिल को कुल 532 भाषाओं में अनुवादित किया गया है और आंशिक रूप से इस ग्रंथ को कुल 2883 भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है। इसके पुराने नियम लिखने में करीब 1000 वर्ष का समय लगा था, वहीं इसके नए नियम तकरीबन 50 वर्ष से 75 वर्ष में लिखे गए। अंग्रेजी में छपी पहली आधिकारिक बाइबिल कृति का नाम ‘द ग्रेट बाइबिल’ था। यह रचना 1539 में प्रकाशित हुई। बाइबिल की सबसे लंबी किताब पसेलम 119 है, और सबसे छोटी किताब पसेलम 117 है।
बाइबिल का सबसे छोटा वचन जॉन 11:35 है, जिसमें लिखा है ‘यीशु रोये थे’। “The Bay Psalm Book” दुनिया की सबसे महंगी पुस्तक है। यह अमेरिका की सबसे पहली छपी हुई किताब है। इसे 14 मिलियन डॉलर में बेचा गया था। इस किताब में बाइबिल के स्त्रोतों का अनुवाद किया गया है और यह बाइबिल के पुराने नियम पर आधारित है। इस बुक को अनुवादित करने के प्रयास का श्रेय प्यूरिटन को जाता है। विश्व की सब से छोटी बाइबिल नैनो बाइबिल के नाम से जानी जाती है। यह इतनी छोटी है की, कलम की नोक पर भी फिट हो सकती है। वैज्ञानिकों नें पुराने नियम (बाइबिल) के 1.2 मिलियन अक्षरों को एक सूक्षम सिलिकोन डिस्क पर बनाया है। दुनिया की सबसे बड़ी बाइबिल लुईस वेनई द्वारा निर्माण की गई। इसका वजन 1094 पाउंड है। यह 43.5 इंच लम्बी है और इसकी चौड़ाई 98 इंच है। इसे कुल 54 विद्वानों नें मिल के तैयार (अनुवाद) किया और इस कार्य में शेक्सपियर ने भी मदद की थी।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।