पानीपत…(सन्नी कथूरिया) । जिला के गांव डाहर में लगने वाले शुगर मिल परिसर में बनने वाले 28 मेगावाट के पावर पलांट और शुगर मिल से सम्बन्धित पर्यावरणीय जन सुनवाई करते हुए उपायुक्त धर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि इस शुगर मिल के लगने से डाहर के पढ़े.लिखे युवाओं को सरकार के नियमों के तहत (Employment in Sugar Mill) कुल रोजगार में से 25 प्रतिशत रोजगार दिए जाने का प्रावधान किया गया है।
पर्यावरण संरक्षण की पहल
यही नहीं पर्यावरण संरक्षण की पहल को अपनाते हुए कुल भूमि में से 33 से 40 प्रतिशत भूमि पर पेड़.पौधे उगाए जाएंगे। उपायुक्त धर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि नई शुगर मिल में 28 मेगावाट कोजेन पावर पलांट लगाया जाएगा। किसी भी औद्योगिक परियोजना के निर्माण से पहले पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के तहत उसके सुधारों के अनुसार पर्यावरणीय स्वीकृति देनी आवश्यक है। इसलिए इस पर्यावरणीय जन सुनवाई को आयोजित किया गया है ताकि प्रस्तावित योजना को स्थानीय लोगों के समक्ष प्रस्तुत किया जा सके और उनके सुझावों को पर्यावरणीय प्रभाव आकलन रिपोर्ट में शामिल किया जा सके ताकि भविष्य के लिए बेहतर पर्यावरणीय प्रबंधन योजना तैयार की जा सके।
उन्होंने कहा कि ये जन सुनवाईयां आमजन के हित के लिए आयोजित की जाती है। ध्वनि, हवा, जल, भूमि परिस्थितिक ज,भू वैज्ञानिक तथ्य, जलवायु और सामाजिक, आर्थिक, पर्यावरण जैसे विभिन्न तत्वों पर अध्ययन रिपोर्ट तैयार की जाती है। उन्होंने कहा कि इस शुगर मिल का मार्च में सम्भावित ट्रायल किया जाना है। डाहर के लोगों को गन्ने की पिराई में प्राथमिकता दी जाएगी। शुगर मिल परिसर के चारों ओर ग्रीन बेल्ट आयोजित की जाएगी। विभिन्न ग्रामवासियों ने शुगर मिल से सम्बन्धित अनेक बातें भी उपायुक्त के समक्ष रखी।
डीसी धर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि जो भी बातें ग्रामीण सम्मिलित करवाने चाहते हैं वे लिखित में जिला प्रशासन को दे दें। इस मौके पर एसडीएम स्वप्निल पाटिल, एमडी शुगर मिल प्रदीप अहलावत, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आरओ कंवलजीत सिंहए, बीडीपीओ जितेन्द्र शर्मा आदि उपस्थित थे। जन सुनवाई में कन्सलटेंट मनोज कुमार ने शुगर मिल से सम्बन्धित सभी रिपोर्टस को आमजन के सामने रखा।
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